भोपाल
प्रदेश में नाराज वरिष्ठ नेताओं और जनप्रतिनिधियों की नाराजगी दूर करने और संगठन के संदेश देने के लिए जिन वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी वे आज 15 अप्रैल तक अपने लिए तय जिलों में प्रवास का काम पूरा करेंगे। इसके बाद प्रदेश संगठन को असंतुष्टों और नाराज जन प्रतिनिधियों की रिपोर्ट सौंपेंगे। संगठन को यह भी बताया जाएगा कि खुद को उपेक्षित मानकर नाराजगी जताने वाले वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी की मूल वजह क्या है? जिलों के पदाधिकारी गण से ज्यादा असंतोष सामने आने पर कुछ और जिलों के जिला अध्यक्ष और टीम को भी इसके बाद बदला जा सकता है।
भाजपा ने जिन नेताओं को एक से चार-चार जिले में प्रवास कर असंतुष्टों से संवाद और समझाईश की जिम्मेदारी सौंपी है उसमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को इंदौर ग्रामीण और शहर के साथ भोपाल शहर और ग्रामीण में बैठक करने की जिम्मेदारी मिली है। तोमर की अभी भोपाल के नेताओं के साथ बैठक होना बाकी है। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय जबलपुर शहर व ग्रामीण, रीवा, सतना व धार के असंतुष्ट नेताओं के साथ संवाद कर चुके हैं। सत्यनारायण जटिया ने रतलाम, मंदसौर तथा नीमच, फग्गन सिंह कुलस्ते ने झाबुआ, अलीराजपुर तथा बड़वानी, राकेश सिंह ने नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, मंडला तथा डिंडोरी में संवाद किया है।
इनके पास यहां का प्रभार
गोपाल भार्गव छिंदवाड़ा, सिवनी तथा बालाघाट, प्रभात झा को खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर, सुधीर गुप्ता को ग्वालियर नगर, ग्रामीण, मुरैना व भिंड, लाल सिंह आर्य को छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी और कटनी में पूर्व विधायकों, पूर्व पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। कृष्ण मुरारी मोघे सागर, दमोह, विदिशा तथा रायसेन, माखन सिंह गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, जयभान सिंह उज्जैन नगर, ग्रामीण, देवास, शाजापुर तथा आगर, राजेंद्र शुक्ला सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर तथा उमरिया और माया सिंह राजगढ़, दतिया, नरसिंहपुर में नाराज नेताओं के साथ बैठक करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश संगठन को देने वाले हैं।