नई दिल्ली। देश में पिछला एक हफ्ता जैसे बेकसूर युवतियों पर कहर बनकर बरपा है। केंद्र और राज्य की सरकारें भले ही महिला सुरक्षा को लेकर दावे करती हो लेकिन देश के चार अलग-अलग राज्यों में इस एक हफ्ते में महिलाओं के साथ जो बर्बरता हुई है उसकी दास्तां सुनकर रूह कांप जाती है। फिर चाहे वो तेलंगाना में 27 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या हो या फिर झारखंड में पहले चरण के मतदान से ठीक दो दिन पहले युवती से 12 लोगों द्वारा किया गया सामुहिक दुष्कर्म हो।
बिहार के कैमूर में नाबालिग संग कार में समुहिक दुष्कर्म के बाद उस वीडियो वायरल करने की घटना हो या फिर अहमदाबाद में नाबालिग संग उसके मंगेतर के सामने सामुहिक दुष्कर्म का मामला हो। इन सभी घटनाओं में हैवानों की शिकार बनी युवतियां सरकारों और आम आदमी की तरफ देखकर पूछ रही हैं कि आखिर उनकी गलती क्या थी। डालते हैं नजर इन चार घटनाक्रमों पर जिन्होंने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है
तेलंगाना में पशु चिकित्सक संग दुष्कर्म के बाद हत्या
तेलंगाना में 27 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी। तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस ने इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने महिला चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, उसी दौरान दम घुटने से उसकी मौत हो गई, जिसके बाद आरोपियों ने उसके शव को जला दिया था।
साइबराबाद के पुलिस आयुक्त वीसी सज्जनर ने शुक्रवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि टोंडुपल्ली टोल प्लाजा के पास आरोपियों ने महिला चिकित्सक की स्कूटी के एक टायर से हवा निकाल दी थी। फिर उसे बनवाने के बहाने चिकित्सक को झांसे में ले लिया था। उसके बाद चारों ने उसे पास के खाली पड़े मैदान में ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के दौरान आरोपियों ने महिला चिकित्सक का मुंह जोर से दबा रखा था, जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई। बाद में आरोपित उसके शव को वहां से 28 किलोमीटर दूर शादनगर के पास चटनपल्ली पुल के पास जला दिया। बाद में परिजनों ने सैंडिल और कपड़ों से महिला चिकित्सक की पहचान की थी।
आरोपितों की पहचान ट्रक चालक मोहम्मद आरिफ, और जे. शिवा, जे. नवीन और चेन्ना केशवुलु के रूप में हुई है। ये तीनों ट्रक के क्लीनर हैं। आरिफ 26 साल का है, जबकि, बाकी तीनों की उम्र 20 साल के आस-पास है। इन्हें कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया है वहीं परिजनों ने इन हैवानों के लिए फांसी की मांग की है।
झारखंड में युवती संग 12 लोगों ने किया सामुहिक दुष्कर्म
झारखंड में मंगलवार को कांके स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा से पिस्टल के बल पर 12 बदमाशों द्वारा समुहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। छात्रा जमशेदपुर की रहने वाली है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ऋषभ कुमार झा ने घटना के बाद मीडिया को बताया था कि पीड़ित छात्रा मंगलवार शाम अपने दोस्त के साथ बीआइटी मेसरा से संग्रामपुर के रास्ते लॉ यूनिवर्सिटी स्थित हॉस्टल लौट रही थी। संग्रामपुर बस स्टॉप के पास दोनों बातचीत कर रहे थे। तभी अलग-अलग बाइक से छह युवक पहुंचे।
इन्होंने हथियार दिखा कर जबरन छात्रा को बाइक पर बैठाया और उसे सुनसान जगह पर ले जाने लगे। इस बीच उनकी बाइक खराब हो गई तो फोन कर बदमाशों ने कार मंगवाई। इसके बाद उनके अन्य बदमाश साथी सैंट्रो कार लेकर पहुंचे। इसके बाद कार में जबरन छात्रा को बैठा लिया। आरोपी छात्रा को संग्रामपुर गांव के ही एक ईट भट्ठे में ले गए और उससे दुष्कर्म किया गया।
घटना के दूसरे दिन बुधवार को पीड़िता परिजन के साथ कांके थाना पहुंची। पुलिस के मुताबिक संग्रामपुर कांके निवासी सुनील मुंडा, कुलदीप उरांव, सुनील उरांव, संदीप तिर्की, अजय मुंडा, राजन उरांव, नवीन उरांव, अमन उरांव, बसंत कच्छप, रवि उरांव, रोहित उरांव और ऋषि उरांव को बुधवार रात ही गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में सभी 12 आरोपितों को अपर न्यायायुक्त की स्पेशल अदालत में पेश किया गया है जहां से दो दिसंबर तक के लिए सभी को जेल भेज दिया गया।
कैमूर में कार में सामुहिक दुष्कर्म के बाद वीडियो किया वायरल
कैमुर में भी इसी तरह का मामला सामने आया है जहां एक युवती के साथ कार में सामुहिक दुष्कर्म किया गया और इस हैवानियत का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया गया। वीडियो वायरल होने के बाद युवती ने पुलिस ने शिकायत दर्ज करवाई वहीं कैमूर में इसके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुए। युवती ने अपनी शिकायत में बताया है कि उसका आरोपियों में से एक युवक से प्रेम संबंध था।
उसके प्रेमी ने युवती को फोन कर बुलाया और कार में बैठकर ले गए। इसके बाद युवती के प्रेमी और उसके साथियों ने युवती संग सामुहिक दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बना लिया। मामला कैमूर के मोहनियां का है। वीडियो वायरल होने के बाद आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए और तोड़फोड़ के साथ ही गईं जगह आगजनी कर दी। इसके बाद शहर में इंटरनेट पर रोक भी लगानी पड़ी।
वडोदरा में मंगेतर के सामने दुष्कर्म
ऐसा ही एक मामला गुजरात के वडोदरा में भी सामने आया है। यहां एक 14 साल की किशोरी से दो युवको द्वारा उसके मंगेतर के सामने ही सामुहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों ने मंगेतर से मारपीट करने के बाद किशोरी को झांड़ी ले जाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद फरार हो गये। बताया जा रहा है कि शहर के नवलखी मैदान में गत रात नौ बजे किशोरी अपने मंगेतर के साथ बैठी हुई थी। इस दौरान दो शख्स वहां आए और उसके मंगेतर को पीटने लगे।
हैवानों ने किशोरी को जबरदस्ती झाड़ियों में ले गए। यह देख उसका मंगेतर शोर मचाने लगा उसने मदद के लिए पुलिस को फोन किया और सड़क की तरफ भागा लेकिन कोई नहीं मिला। कुछ देर बाद रावपुरा पुलिस की टीम पहुंची। पुलिस ने झाड़ियों में बेहोश पड़ी किशोरी तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता के गुप्ता भाग पर चोट के निशान है।
घटना की जांच कर रहे रावपुरा पुलिस थाने के प्रभारी जे.एफ.चौधरी ने बताया कि पीड़िता की हालत स्थिर है। उसके मंगेतर को भी काफी चोट आई है। दोनों का सयाजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पीड़िता के मंगेतर के बयान के आधार पर दो शख्सों के खिलाफ सामुहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है।
महिला सुरक्षा पर एडवाइजरी जारी करेगा केंद्र
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने तेलंगाना में हुई दर्दनाक घटना के बाद पीड़ित के परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी राज्यों को महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने के लिए एडवाइजरी जारी करेगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
रेड्डी ने कहा कि वह कोशिश करेंगे कि हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के अपराध में शामिल आरोपितों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए और किसी भी वकील को इनका केस नहीं लड़ना चाहिए।
पॉक्सो एक्ट में सरकार ने किया है बदलाव
हालांकि, केंद्र सरकार पॉक्सो बिल में संशोधन कर उसे संसद में पास करवा चुकी है जिसमें नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के दोषियों को मौत की सजा तक का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा कुछ राज्यों में भी दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ कड़े कानून हैं लेकिन इसके बावजूद तेलंगाना या रांची जैसी बर्बर घटनाओं में तत्काल न्याय के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट ही एक मात्र रास्ता है