रायपुर। माना इलाके के नकटी गांव में महिला और बच्ची की मिली अधजली लाश की गुत्थी 12 घंटे के भीतर पुलिस ने सुलझाते हुए आरोपित प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित महिला का प्रेमी निकला। दरअसल पति को छोड़कर इकलौती बच्ची के साथ रह रही महिला ने प्रेमी के साथ शादी का सपना सजा रही थी और प्रेमी उससे हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाह रहा था। एक दिसंबर को महिला और उसकी तीन साल की बच्ची को घुमाने के बहाने रायपुर के माना क्षेत्र के नकटी गांव स्थित सुनसान स्थान पर ले आया।
प्लान के मुताबिक पहले उसने दूधमुंह बच्ची के सिर पर ईंट से वार किया। महिला ने बच्ची को बचाने ईंट छिनने की कोशिश की तो उसके सिर पर ताबड़तोड़ वार घायल कर दिया। फिर अधमरे हालत में दोनों की गला घोंटकर हत्या करने के बाद प्रेमी ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। लाश की पहचान छिपाने उसने दोपहिया से पेट्रोल निकालकर दोनों के शरीर पर छिड़ककर आग लगा दी थी।
एसएसपी आरिफ शेख ने दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि भाटापारा निवासी निशा साहू अपने पति महेंद्र साहू से चार साल से अलग रह रही थी। दो साल से मोहल्ले के वेद प्रकाश साहू से उसका प्रेम संबंध था। वह उससे शादी का सपना सजाने लगी। शादी करने दबाव बना रहीं थी लेकिन वेद प्रकाश टालता जा रहा था।
बच्ची पर हमला होते देख मां ने रोका तो उसे भी मार डाला
आरोपित ने एक दिसंबर को निशा साहू और तीन साल की बच्ची को साथ लेकर रायपुर घुमाने के बहाने बुलाया। यहां आने पर अपनी बाइक से ग्राम नकटी स्थित सुनसान स्थान पर ले गया। रात में पहले ईंट से बच्ची के सिर पर वार किया, जिसे देखकर निशा बच्ची को बचाने वेद से ईंट छिनने लगी। तब उसी ईंट से उसके सिर पर ताबड़तोड़ कई वार कर घायल कर दिया। बाद में गला दबाकर दोनों को मौत के घाट उतारकर लाश को जला दिया। आरोपित वहां से भाटापारा वापस चला गया था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज से फंस गया। लाश की शिनाख्त होने पर पुलिस का शक सीधे वेदप्रकाश पर गया।
हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर वह बार-बार इंकार करता रहा लेकिन सुबूत दिखाने पर टूट गया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल बाइक, मृतिका का मोबाइल आदि जब्त कर लिया। वेदप्रकाश मौदहापारा की एक दुकान में काम करता था, जबकि महिला एक ट्रैक्टर कंपनी में काम करती थी। वेदप्रकाश के खिलाफ उसने भाटापारा में मारपीट की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में माना थाना प्रभारी दुर्गेश रावटे और उनकी टीम ने मेहनत की थी।