सतना : रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ अशोक कुमार भार्गव ने सतना जिले के पांच लापरवाह डॉक्टरों को जिला चिकित्सालय सतना में व्याप्त कुप्रबंधन व अस्पताल प्रशासन के द्वारा मरीजों के प्रति गंभीर लापरवाही व उदासीनता बरतने पर दो-दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने का नोटिस दिया है।
उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल सतना में गत 16 अप्रैल को भर्ती प्रसूता श्रीमती अनीता बुनकर पति विजय बुनकर ग्राम खारी तहसील रामपुर बघेलान को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया था। प्रसूता को जिला चिकित्सालय में सोनोग्राफी की सुविधा होते हुए भी अन्यत्र से सोनोग्राफी के लिए कहा गया। समय पर उपचार उपलब्ध न कराने से गर्भवती प्रसूता की जमीन/फर्श पर डिलेवरी होने से उसके नवजात शिशु की मृत्यु हो गई थी।
कमिश्नर डॉ भार्गव ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए बच्चे के प्रसव के समय लापरवाही बरतने पर दोषी मानकर संबंधित चिकित्सकों के विरूद्ध यह कार्रवाई की है। चिकित्सकों की लापरवाही तथा जिला चिकित्सालय की अव्यवस्था के कारण नवजात शिशु की मृत्यु हो गई थी। इसे गंभीर कदाचरण तथा लापरवाही मानते हुए कमिश्नर डॉ भार्गव ने जिला अस्पताल के प्रभारी अधिकारी को नोटिस देने के साथ-साथ मरीजों के प्रति उदासीनता व असंवेदनशीलता बरतने पर जिला चिकित्सालय में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ माया पाण्डेय, गायनी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रेखा त्रिपाठी, चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंजू सिंह तथा मेडिकल अफीसर डॉ. शांति चहल को दो वेतन वृद्धियां रोकने का नोटिस दिया है। यह नोटिस मध्यप्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील नियम 1966 के तहत दिया गया है।
नोटिस का 10 दिनों की समयावधि में संतोषजनक उत्तर प्राप्त न होने पर एक पक्षीय दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी।