एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिकता संशोधन विधेयक पर समर्थन को लेकर शिव सेना पर तंज कसा है। उन्होंने लोकसभा में कहा, ‘यह भांगड़ा राजनीति है।’ ओवैसी ने कहा कि वे न्यूनतम साझा कार्यक्रम में ‘सेक्युलर’ शब्द का प्रयोग करते हैं, लेकिन यह विधेयक सेक्युलरिज्म और आर्टिकल-14 के खिलाफ है। उन्होंने इसे अवसर की राजनीति बताया।
एक अन्य कार्यक्रम में असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार इस विधेयक के जरिए पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों को फिर से जिंदा कर रही है। उन्होंने कहा कि भले ही यह विधेयक संसद से पारित हो जाए, लेकिन वह इसके विरोध के सभी विकल्पों को आजमाएंगे और लोगों के सामने अपना नजरिया रखेंगे।
ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम पहले ही राजनीतिक रूप से हाशिए पर हैं। अब केंद्र सरकार उसे और हाशिए पर धकेलना चाह रही है। उन्होंने महाराष्ट्र में शिव सेना के साथ कांग्रेस—एनसीपी के गठबंधन पर भी निशाना साध।
ओवैसी ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए दोनों पार्टियों ने भगवा पार्टी से हाथ मिलाया। उन्होंने कहा, ‘चुनाव के बाद कांग्रेस ने शिवसेना के साथ ‘निकाह’ कर लिया और शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के साथ ‘वलीमा’ कराया।’