तिहाड़ जेल नंबर तीन में निर्भया के दोषियों की फांसी की तैयारी शुरू कर दी गई है। फांसी घर की मरम्मत के साथ उसकी साफ सफाई कर दी गई है। अब तिहाड़ जेल प्रशासन को राष्ट्रपति के पास भेजी गयी दोषी विनय शर्मा की दया याचिका के खारिज होने का इंतजार है। जेल अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजे जाने के बाद से ही जेल में दोषी की फांसी की तैयारी शुरू कर दी जाती है।
जेल के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के बाद से तिहाड़ जेल संख्या तीन में स्थित फांसी घर बंद पड़ा था। फांसी घर को कभी-कभार तब ही खोला गया जब कोई विजिटर विशेष अनुमति लेकर इसे देखने आया। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के दोषी की दया याचिका राष्ट्रपति के पास जाने के बाद अब जेल प्रशासन ने उन्हें फांसी पर लटकाए जाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें फांसी घर को तैयार करने से लेकर फांसी का फंदा मंगाने तक की प्रक्रिया शामिल है।
जेल सूत्रों का कहना है कि पांच दिन पहले लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने फांसी घर का मुआयना किया था। उन लोगों ने पाया कि कुछ जगहों पर टूट फूट है तथा वहां गंदगी भी है। विभाग ने टूट फूट की मरम्मत व वहां की साफ-सफाई करवाई। उधर जेल अधिकारियों का कहना है कि फांसी के लिए बिहार की बक्सर जेल से 10 फंदे मंगवाए गए हैं। सौ मीटर के एक फंदे की कीमत दस हजार रुपये है। जेल प्रशासन ने देश के कई जेलों को पत्र लिखकर उनके जल्लाद के बारे में जानकारी मांगी है जिससे जरूरत पड़ने पर उन्हें बुलाया जा सके।
टीवी की खबरों पर नजर रख रहे हैं दोषी
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले में फांसी की सजा पाए दोषी लगातार टीवी पर चल रही खबरों पर नजर बनाए हुए हैं। जेल सूत्रों का कहना है कि टेलीविजन पर चल रही फांसी की खबर को देखकर सभी दोषी सहमे हुए हैं। इस वजह से दोषियों का सुबह शाम मेडिकल कराया जा रहा है। मंडोली जेल से पवन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट किए जाने के बाद से अन्य दोषी भी सहमे हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि पवन के तिहाड़ जेल आने के बाद जेल में यह अफवाह फैल गई है कि चारों आरोपियों को एक साथ फांसी दी जाएगी। हालांकि इनके वकील एपी सिंह का कहना है कि उनके पास कानूनी विकल्प बचे हैं। अक्षय ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू याचिका दायर की है।
हम उम्र कैदियों के साथ रखा जा रहा है दोषियों को
जेल सूत्रों का कहना है कि सभी दोषियों को अलग अलग सेल में रखा गया है। इनके साथ हम उम्र दो-दो कैदियों को रखा गया है। इनके साथ ऐसे कैदियों को रखा गया है जो स्वभाव से उग्र नहीं हैं और उनका व्यवहार अच्छा है। उन कैदियों को इन्हें समझाने-बुझाने के लिए कहा गया है।