मुंबई: नागरिकता संशोधन बिल (CAB) संसद में दोनों सदनों में पारित हो चुका है। वहीं, इसके विरोध में असम में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं, कहीं पथराव किए जा रहे हैं तो कहीं आगजनी की घटना हो रही है। सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अब खबर मिली है कि इस विधेयक के विरोध में एक IPS ऑफिसर ने इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग में बतौर आईजीपी पोस्टेड अब्दुल रहमान ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है।
बुधवार (11 दिसंबर) को ट्वीट करते हुए रहमान ने कहा है कि, ‘नागरिकता संशोधन विधेयक संविधान के मूल ढांचे के खिलाफ है। मैं इस विधेयक की निंदा करता हूं। सविनय अवज्ञा में मैंने कल से कार्यालय में उपस्थित नहीं होने का फैसला लिया है। मैं आखिरकार अपनी सेवा से इस्तीफा दे रहा हूं।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, ‘यह बिल भारत के धार्मिक बहुलवाद के खिलाफ है। मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से आग्रह करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीके से बिल का विरोध करें। यह संविधान की मूल विशेषता के खिलाफ है।’
IPS अधिकारी ने अपने ट्वीट के साथ इस्तीफा भी साझा किया है। जिसमें लिखा है, ‘मैंने VRS के लिए एक अगस्त 2019 को अर्जी दी थी। इसके बाद 25 अक्टूबर 2019 को प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को मेरे VRS की अनुशंसा भेजी थी, किन्तु गृह मंत्रालय ने इसे स्वीकार नहीं किया।’ इस रिजेक्शन को उन्होंने अदालत में भी चैलेंज किया था। इस मामले में कोर्ट का फैसला अभी आना शेष है।