कराची
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अमेरिका के दौरे पर रवाना होने वाले हैं। व्हाइट हाउस में 22 जून को उनका स्वागत होगा। अपने इस दौरे पर वह दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करेंगे। पाकिस्तान में भी उनके इस दौरे को लेकर काफी सुगबुगाहट है। अमेरिका स्थित पाकिस्तानी मूल के बिजनेसमैन साजिद तरार ने एक इंटरव्यू में पीएम मोदी के दौरे को लेकर कई बातें कही हैं। साजिद ने जहां पीएम मोदी के दौरे को भारत का प्रभाव बताया है तो उन्होंने पाकिस्तान को भी एक सलाह दी है।
पाकिस्तानी बिजनेसमैन साजिद तरार ने आरजू काजमी को दिए इंटरव्यू में कहा कि पीएम मोदी के अमेरिका जाने से पहले वहां के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत आए। उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने अजित डोवाल से मुलाकात की। उनकी मानें तो अमेरिका दौरे पर भारत के साथ राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनका प्रशासन कई बड़ी डील्स साइन करने वाला है। उन्होंने जानकारी दी कि वॉशिंगटन डीसी में तैयारियां चल रही हैं। साथ ही सात हजार भारतीयों को व्हाइट हाउस में इनवाइट किया जाएगा।
पीएम का लैंडमार्क दौरा
यह अपने आप में बड़ी बात है। इससे पहले इतनी भीड़ उस समय जुटी थी जब पोप फ्रांसिस व्हाइट हाउस आए थे। इसके बाद व्हाइट हाउस के सामने स्थित पार्क में भारतीयों की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा जब तक पीएम मोदी व्हाइट हाउस में रहेंगे। साजिद ने कहा, 'यह भारतीय प्रधानमंत्री का एक लैंडमार्क दौरा है। एक इतिहास बनेगा। इससे पहले न तो किसी का इस तरह से स्वागत हुआ और न ही किसी नेता को इतना सम्मान नहीं मिला।' साजिद उन चार वजहों के बारे में भी बताया जिसके कारण भारत को अमेरिका अब इतनी तवज्जो देने लगा है।
क्यों भारत को मिलती तवज्जो
साजिद तरार बोले किसी और पीएम को इतनी तवज्जो नहीं मिली उसकी कई वजहें हैं मगर चार कारण सबसे अहम हैं। साजिद के मुताबिक भारत ने अमेरिका को यह अहसास करा दिया है कि अगर उसे चीन से लोहा लेना है तो फिर बिना उसके कुछ काम नहीं बन सकता। अपनी विदेश नीति से वह अमेरिका को यह बताने में सफल रहा है कि उससे अच्छा साझीदार उसे चीन के खिलाफ नहीं मिल सकता। यहां पर आईआईटी के पढ़े लोग कई बड़ी कंपनियों के सीईओ हैं जैसे अजय बंगा जो अब वर्ल्ड बैंक जैसे संगठनों के मुखिया हैं।
भारतीय समुदाय अमेरिका में काफी मजबूत है और व्हाइट हाउस में करीब 300 नियुक्तियां भारतीय अमेरिकियों की है। यहां तक कि उप राष्ट्रपति कमला हैरिस भी भारतीय मूल से हैं। अमेरिका के अंदर भारतीयों का दबदबा बढ़ता जा रहा है। पांच से सात कांग्रेसमैन हैं। रिपब्लिकन पार्टी के दो उम्मीदवार जो राष्ट्रपति की उम्मीदवारी में हाथ आजमा रहे हैं, वो भी भारतीय हैं। निक्की हेली और विवेक रामास्वामी। तरार ने तो 37 साल के रामास्वामी को अमेरिका राष्ट्रपति पद का मजबूत दावेदार करार दे दिया। साजिद तरार के मुताबिक पाकिस्तान को भारत से नफरत है मगर उसे भारत की अच्छी चीजों से सीखने की जरूरत है।
पाकिस्तान में बिल्कुल भी राष्ट्रवाद नहीं
भारत की तरक्की राष्ट्रवाद की वजह से हो रही है। वहां से पढ़े लिखे लोग आज इसी सोच की वजह से आगे बढ़ रहे हैं और अपने देश को मजबूत कर रहे हैं। भारत के लोग जितने राष्ट्रवादी हैं, पाकिस्तान कभी उनका मुकाबला नहीं कर सकता है। अमेरिका में भारतीयों के अलावा यूके के पीएम ऋषि सुनक का उदाहरण है, फिजी और ऑस्ट्रेलिया में भी भारतीयों को देखिए। साजिद के मुताबिक ऑक्सफोर्ड ग्रेजुएट लंदन में पढ़े नेता ही देश को लूट रहे हैं। भारत के कितने पीएम हैं जो लंदन में रहते हैं तो पाकिस्तान का कोई नेता ऐसा नहीं है जो लंदन में न रहता हो।