नई दिल्ली
चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय' के एक बेहद गंभीर चक्रवात के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार हैं। उससे पहले ही समंदर अशांत हो गया है। राज्य में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। गुजरात के 8 जिले पूरी तरह अलर्ट हैं। केंद्र सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। केंद्रीय मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है और वो मौके पर मौजूद हैं। वहीं इस चक्रवात से जो इलाके प्रभावित होंगे वहां अभी से बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। भारी बारिश से कहीं पेड़ धराशाई हो गए हैं तो कहीं टीन की छतें उखड़ती हुई देखी गईं।
इन राज्यों पर पड़ेगा असर
मुंबई में भी तेज हवाओं के साथ समंदर में ऊंची ऊंची लहरें उठने लगी हैं। मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर तूफान का खतरा मंडरा रहा है। ये 9 राज्य लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पश्चिमी राजस्थान हैं।
सेना ने संभाला मोर्चा
भारतीय सेना शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय' के गुजरात से टकराने के बाद स्थानीय लोगों को परेशानियों से निकालने और उन्हें सहायता प्रदान करने की सभी आवश्यक तैयारियां कर ली है।सैन्य अधिकारी ने बयान में बताया कि प्राकृतिक आपदा के समय जनता द्वारा महसूस की जाने वाली कठिनाइयों को कम करने के अपने द्दढ़ संकल्प के अनुरूप, भुज, जामनगर, गांधीधाम, धरंगधरा, वडोदरा और गांधीनगर के साथ-साथ नलिया, द्वारका और अमरेली में बाढ़ राहत स्तंभों का पूर्वाभ्यास कराया गया। इसके अलावा, सैन्य अधिकारियों ने भी नागरिक प्रशासन के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के साथ संयुक्त रूप से राहत कार्यों की योजना बनाई है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चक्रवाती तूफान‘बिपरजॉय' से निपटने/ और प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की। सरकारी सूत्रों के अनुसार मौसम विभाग के महानिदेशक ने बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री शाह को पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर सक्रिय गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय' की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि चक्रवात के 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर की तरफ आगे बढ़ने की संभावना है। बाद में चक्रवात के उत्तर- उत्तर पूर्व की दिशा में आगे बढ़ने, सौराष्ट्र और कच्छ को पार करते हुए 15 जून की दोपहर तक जखौ बंदरगाह (गुजरात) के निकट मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करने की संभावना है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, पुरुषोत्तम रूपाला, गुजरात सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक, सचिव और जिलाधिकारी वर्चुअल तरीके से बैठक में शामिल हुए।