लंदन
महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा का मानना है कि अगर आस्ट्रेलिया लॉडर्स पर दूसरा टेस्ट जीत लेती है तो पैट कमिंस इंग्लैंड में एशेज श्रृंखला जीतने की उपलब्धि हासिल कर लेंगे जो रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क जैसे विश्व कप विजेता कप्तान भी नहीं कर पाये। आस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट जीतकर 1.0 से बढत बना ली है।
मैकग्रा ने 'बीबीसी' से कहा, ‘‘पिछली बार 2005 में किसी टीम ने पिछड़ने के बाद वापसी करके एशेज जीती थी। मैं उस टीम का हिस्सा था। वही हालात अब भी है। आस्ट्रेलिया अगर दूसरा टेस्ट जीत लेती है तो एशेज का फैसला लगभग हो जायेगा। इंग्लैंड पर काफी दबाव होगा क्योंकि हारने पर उनके लिये वापसी मुश्किल होगी।'' आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड में आखिरी बार टेस्ट श्रृंखला 2001 में जीती थी।
मैकग्रा ने कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया के पास 2001 के बाद इंग्लैंड में एशेज जीतने का सुनहरा मौका है। कमिंस वह हासिल कर सकते हैं जो रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क नहीं कर सके।'' उन्होंने कहा, ‘‘कप्तान हमेशा मोर्चे से अगुवाई करते हैं और कमिंस ने पहले टेस्ट में वही किया।'' उन्होंने इंग्लैंड के आक्रामक खेल की भी तारीफ करते हुए कहा, ‘‘वे आक्रामक हैं और सकारात्मक भी। जब आप बेखौफ खेलते हैं, तभी पता चलता है कि आप कितने सक्षम हैं।''
आस्ट्रेलिया की तरह गहराई नहीं है इंग्लैंड टीम के पास : टिम पेन
मेलबर्न
आस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान टिम पेन का मानना है कि मौजूदा एशेज श्रृंखला में इंग्लैंड के पास आस्ट्रेलिया जैसी गहराई नहीं है और आस्ट्रेलियाई टीम मैच दर मैच निखरती जायेगी। पहले टेस्ट में दो विकेट से जीत दर्ज करके आस्ट्रेलिया पांच मैचों की श्रृंखला में 1.0 से आगे है।
पेन ने 'सेन रेडियो' से कहा, ‘‘पहले टेस्ट में आस्ट्रेलिया का प्रदर्शन औसत रहा। हमने अपने प्रदर्शन में काफी सुधार किया है। मुझे नहीं लगता कि इंग्लैंड टीम में आस्ट्रेलिया का सामना करने जैसी गहराई है। श्रृंखला से पहले उन्होंने कहा था कि वे कठोर और सपाट पिचें चाहते हैं। पहले टेस्ट में उन्हें मिली भी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।' उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड टीम बहुत हद तक जो रूट पर निर्भर करती है। हरी भरी पिच पर उनका शीर्ष क्रम चल नहीं पाता। उनके बल्लेबाजों के लिये बड़ी मुश्किल होने वाली है।''
पेन ने कहा कि इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स आक्रामक खेलने में यकीन रखते हैं लेकिन मनोरंजन मार्का क्रिकेट से कई बार परेशानियां खड़ी हो जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास एक जैसे कप्तान और कोच हों तो कई बार देखने में काफी मजा आता है। दोनों का अहम काफी बड़ा है और दोनों काफी आक्रामक है। लेकिन कई बार यह आक्रामकता फैसलों पर भारी पड़ जाती है। पहले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने पारी की घोषणा में जल्दबाजी कर डाली।''