Chhattisgarh Local Election 2019 : प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर सट्टा बाजार हुआ गर्म

कोरबा । शहर सरकार के पार्षद चुनाव में प्रचार-प्रसार की गहगाहमी भले ही समाप्त हो चुकी है, पर हार और जीत का रोमांच अभी भी बरकरार है। पार्षद उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतपेटी में कैद हो गया है। चौक-चौराहों में हार और जीत को लेकर बहस छिड़ गई है। वहीं प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर सट्टा बाजार गर्म हो गया है। खासकर महापौर के दावेदारी कर रहे प्रत्याशियों के हार-जीत पर गुपचुप तरीके से दांव लगने लगा है। कांगस के प्रत्याशियों का रेट कम चल रहा। इसका मतलब है कि ज्यादातर कांग्रेस के प्रत्याशियों की जीत की उम्मीद सट्टा बाजार में है। कुछ ऐसे भी वार्ड हैं जहां भाजपा प्रत्याशी का रेट कम चल रहा।

नगर निगम चुनाव का शोरगुल तो थम गया है, लेकिन हार और जीत के आकलन के साथ रोमांच अभी भी बरकरार है। यह पहला मौका है जब पार्षद महापौर का चुनाव करेंगे। यही वजह है कि इस चुनावी समर में दिग्गज नेता भी पार्षद चुनाव लड़कर भाग्य आजमा रहे हैं, जिससे चुनावी रोमांच और भी अधिक बढ़ गया है।

रोमांचक मुकाबला वार्ड क्रमांक चार पुरानी बस्ती का है, जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता सुरेंद्र जायसवाल को मैदान में उतार कर दमदार प्रत्याशी के रूप जीत सुनिश्चित मान रहे हैं, लेकिन यहां भी जोगी कांग्रेस ने मजबूत प्रत्याशी को मैदान में उतार कर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया। सबसे अधिक रोमांच वार्ड क्रमांक छह का बना हुआ है।

यहां कांग्रेस ने धरम निर्मले को मैदान में उतारा है, तो भाजपा ने महिला नेत्री ज्योति पांडेय को प्रत्याशी बनाया है। इन दोनों के बीच कांग्रेस से दावेदारी कर रहे रमेश जायसवाल ने पर्चा भरकर सबको चौंका दिया। निर्दलीय प्रत्याशी होने के बाद भी बाकी प्रत्यशियों पर भारी पड़ रहे हैं। जिस कदर चुनाव में अंतिम सांस तक डेट रहे उससे जीत सुनिश्चित मानी जा रही है।

वार्ड क्रमांक एक रामसागरपारा की बात करे तो यहां पूर्व सभापति संतोष राठौर मैदान में है और भाजपा से आरएसएस कैडर से भोजराम राजवाड़े चुनाव लड़ रहे हैं। इस वार्ड में सबसे अधिक क्रिश्चियन वोटर हैं। क्रिश्चियन वोटरों को रिझाने में जो कामयाब हो गया, उसी को जीत मिलने के कयास लगाये जा रहे है। इन वार्डों में महापौर के दावेदार होने से प्रत्याशियों की हार-जीत पर सट्टे लगने लगे हैं।

वार्ड नंबर दो बना रोचक

वार्ड नंबर दो साकेत नगर में इस बार कांग्रेस व भाजपा के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। यहां भाजपा ने निवर्तमान पार्षद विकास अग्रवाल की धर्मपत्नी आरती अग्रवाल को मैदान में उतारा है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने किन्नर मालती को प्रत्याशी के रूप में उतारा है। इससे वार्ड में मुकाबला रोचक हो गया है। दोनों प्रत्याशी पूरे दमखम के साथ जीत हासिल करने ताकत झोंक दी है। इस वार्ड के 4550 मतदाता में 2401 पुरुष तथा 2147 महिला हैं। इस वार्ड में टीपी नगर का आधा हिस्सा व स्लम बस्ती शामिल है। वार्ड में दोनों प्रत्याशियों के जीत-हार को लेकर कयासों का दौर जारी है।

निर्दलीय प्रत्याशी भी नहीं कम

निगम के पहले 15 वार्ड में दिग्गज निर्दलीय प्रत्याशियों ने राजनैतिक दल के प्रत्याशियों के लिए चिंता बढ़ा दी है। इनमें वार्ड क्रमांक एक में जितेंद्र सोनी, वार्ड क्रमांक पांच से दो निर्दलीय प्रत्याशी हेमलता व रेखा, वार्ड क्रमांक छह में शिव अग्रवाल, वार्ड क्रमांक सात से पूर्व पार्षद प्यारेलाल बाल्मिकी, वार्ड क्रमांक 12 में देवेंद्र श्रीवास ने पूरी दमदारी दिखाते हुए प्रचार-प्रसार किया है। इनकी सशक्त उपस्थिति से वार्ड का समीकरण डगमगाया हुआ है। पार्टी प्रत्याशियों को इनसे भी जूझकर आगे बढ़ना चुनौती भरा हो गया है।

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