भोपाल
धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने अनूठी पहल करते हुए उन लोगों से अपील की है जो शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए अपना योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम जिस विद्यालय में पढ़े हैं, उसे सुविधायुक्त और शैक्षणिक क्षेत्र में विकसित करने की जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन के साथ हमारी भी है।
इसलिए अगर कोई अधिकारी-कर्मचारी उस स्कूल जिसमें वे खुद पढ़े हों, वहां की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए सामग्री वगैरह मुहैया कराने जाते हैं, तो वे सामने आएं और यदि इसके लिए उन्हें अवकाश की आवश्यकता पड़े तो वह भी दिया जाएगा। सोमवार से शुरू हुए स्कूल चलें हम अभियान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा को अमलीजामा पहनाने के लिए कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा किए गए प्रयासों पर धार जिले के कई अधिकारियों-कर्मचारियों ने सहमति भी जताई है और कहा है कि वे स्कूलों में पढ़ाने भी जाएंगे और वहां विजिट कर आवश्यक सुविधाएं विकसित करने में यथासंभव योगदान भी देंगे।
नई पीढ़ी को सुविधा देने में बनेंगे सहायक
कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि धार जिले के लोग दूसरे जिलों और राज्यों में हैं, वे भी कम से कम एक से दो दिन का समय निकालकर उस विद्यालय में जाएं जहां से पढ़कर वे आज अफसर, उद्योगपति, व्यापारी, उन्नत किसान, राजनेता, समाजसेवी और पत्रकार बने हैं। उनकी मदद विद्यालयों में पढ़ने आने वाली नई पीढ़ी के लिए सुविधा देने में सहायक बनेगी। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए धार में पदस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों के द्वारा स्कूलों में जाने पर वे अवकाश के लिए मना नहीं करेंगे। हां, लेकिन यह ध्यान रखना होगा कि इस काम के लिए अवकाश लेकर दूसरे काम पर नहीं जा सकेंगे।