लखनऊ: देश में बेरोजगारी वर्तमान समय में एक बहुत बड़ी समस्या बनकर उभरी है। बेरोजगारी खत्म करने और भिखारियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अनूठी पहल की है। योगी सरकार ने भिखारियों को योग्यता के अनुसार भिखारियों को नौकरी देने का आदेश जारी किया है। सरकार ने यह आदेश नगर निगम विभाग को जारी किया है। सरकार का ऐसा मानना है कि भिखारियों को नौकरी मिलने से उनका जीवन स्तर सुधरेगा और मुख्यधारा से जुड़ने का मौका मिलेगा। राज्य सरकार का मकसद है कि भिखारी किसी तरह भीख मांगना छोड़कर मेहमन-मजदूरी का काम करे ताकी समाज में वे लोग भी पूरे सम्मान और आत्मविश्वास के साथ रह सकें।
सरकार के इस आदेश को लेकर लखनऊ नगर निगम आयुक्त इंद्रामणि त्रिपाठी ने बताया कि सरकार ने भिखारियों को चिन्हित कर उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी प्रदान करने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही गलियों में घूमने वाले गरीब बच्चों को भी पुनर्वासित करने की योजना बनाई जा रही है जिससे वे सभी बच्चे स्कूल जाकर बेहतर शिक्षा पाकर अपना अच्छा भविष्य बना सकें। वहीं, सरकार ने दिव्यांगों के लिए भी योजना बनाई है। दिव्यांगों को शेल्टर होम में रखने का आदेश दिया गया है। यहां वे अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार कार्य करेंगे।
बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से भिखारियों को रहने के लिए शेल्टर होम में जगह दी जाएगी। इसके बाद उन्हें शहर की सफाई व्यवस्था के काम में लगाया जाएगा और उन्हें उचित मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। जिन स्थानों पर निगम की गाड़ियां नहीं जा सकती वहां, कुछ भिखारियों को कचरा उठाने के लिए भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद निगम ने शहर के सभी भिखारियों की रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है, जल्द ही निगम इस पर काम शुरू कर देगा।