ये शीर्षक फिल्मी जरूर है लेकिन इसके पीछे की कहानी भी थोड़ी फिल्मी ही है। इसमें पति पत्नी तो रोहित शर्मा और शिखर धवन हैं और ‘वो’ का किरदार केएल राहुल का है। अब इसे क्रिकेट की भाषा में समझाते हैं। किसी भी टीम को बतौर सलामी जोड़ी अगर दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाज मिल जाएं तो उसके लिए ‘आइडियल सिचुएशन’ होती है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मैच के शुरूआती ओवरों में गेंदबाजों के लिए दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों को साधना यानी उनके खिलाफ अलग अलग रणनीति बनाना, अलग-अलग फील्ड सेट करना आसान नहीं होता। पॉवरप्ले में इसी बात का फायदा अक्सर बल्लेबाज उठाते हैं, क्योंकि गेंदबाज को अपनी लाइन-लेंथ सेट करने में वक्त लगता है।
टीम इंडिया के पास ये ‘आइडियल सिचुएशन’ कई साल से है। रोहित शर्मा और शिखर धवन टीम इंडिया के कामयाब ओपनर्स में से हैं। दोनों को लिमिटेड ओवर के मैच में पारी की शुरुआत करते काफी समय भी हो गया है।
दोनों एक दूसरे के खेल से वाकिफ हैं। बतौर कप्तान विराट कोहली को भी लेफ्ट-राइट कॉम्बो पसंद है। लेकिन उनके सामने बड़ी अड़चन ये है कि अब केएल राहुल भी सलामी बल्लेबाज के दावेदार हैं। केएल राहुल विराट कोहली के पसंदीदा खिलाड़ी भी हैं।
धवन पर भारी राहुल
केएल राहुल के लिए विराट कोहली टीम में कहीं ना कहीं से जगह बना ही लेते हैं। इसीलिए केएल राहुल, रोहित शर्मा और शिखर धवन के बीच के ‘वो’ बन गए हैं। अब विराट कोहली के लिए इसी ट्राएंगल को सुलझाने की चुनौती है। टी-20 विश्वकप के लिहाज से बड़ा होगा फैसला रोहित शर्मा, शिखर धवन और केएल राहुल में से दो खिलाड़ियों को चुनने का फैसला टी-20 विश्व कप के लिहाज से अहम रहने वालाहै।
टी-20 विश्वकप इस साल ऑस्ट्रेलिया में खेला जाना है। 2019 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद भी भारतीय टीम सेमीफाइनल जैसे बड़े मैच में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। इसके बाद से लगातार ये चर्चा रही कि टीम इंडिया की हार के पीछे उसका असंतुलन था। 2020 टी-20 विश्व कप से पहले टीम इंडिया में सबसे जरूरी बात उसका ‘संतुलन’ ही है।
पिछले साल शिखर धवन का प्रदर्शन औसत था। विश्व कप में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार शतक जरूर लगाया था। लेकिन उसके बाद चोट की वजह से वो टीम से बाहर हो गए।
इसी बीच केएल राहुल ने टीम में बतौर ओपनर वापसी की। वापसी के बाद से वो शानदार फॉर्म में हैं। पिछले पांच वन-डे मैचों में उन्होंने 297 रन बनाए हैं। इसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
पिछले पांच टी-20 मैच में उन्होंने 201 रन बनाए हैं। इसमें दो अर्धशतक हैं। लिहाजा उनका दावा भी जोरदार है। इस बीच श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए जब रोहित शर्मा को आराम मिला तो शिखर धवन ने टीम में वापसी की। उन्होंने भी दोनों मैचों में रन बनाए। पहले मैच में उन्होंने 32 रन बनाए और दूसरे मैच में 52।
क्या होगा जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित शर्मा वापस आएंगे
यही सवाल विराट कोहली को सबसे ज्यादा परेशान कर रहा होगा। क्योंकि रोहित शर्मा के टीम में वापस आते ही सलामी बल्लेबाजी की जोड़ी को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा होगी। भारत को अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 14 जनवरी से तीन वन-डे मैचों की सीरीज खेलनी है। जिसके मैच मुंबई, राजकोट और पुणे में खेले जाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वन-डे सीरीज के तुरंत बाद भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है। यानी कुल मिलाकर रोहित, शिखर और राहुल में से दो को चुनने का मुद्दा लगातार बना रहने वाला है। विराट कोहली के पास एक तरीका यही बचता है कि वो वन-डे क्रिकेट में तीसरे की बजाए चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करें।
ऐसे में रोहित और शिखर पारी की शुरूआत करेंगे। केएल राहुल नंबर तीन पर बल्लेबाजी करेंगे और विराट कोहली नंबर चार पर। इससे नंबर चार की कई साल से चली आ रही परेशानी भी खत्म होगी। लेकिन इससे बड़ा खतरा ये पैदा होगा कि विराट कोहली को नंबर तीन की जगह छोड़नी होगी।
विराट कोहली इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार हैं। क्रिकेट में ये भी माना जाता है कि टीम का सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज नंबर तीन की पायदान पर खेलता है। जाहिर है विराट कोहली के लिए ये फैसला आसान नहीं रहने वाला है।