जाने कुंडली से, कहीं आपका बच्चा गलत संगत में तो नहीं पड़ सकता

卐 जय महाकाल 卐

प्रिय पाठकों,

बच्चों को लेकर के मां बाप को और उनके गार्जियंस को हमेशा से ही चिंता रहती है कि बच्चा हमारा बड़ा होकर कहीं बिगड़ तो नहीं जाएगा वह अच्छे से पढ़ाई तो करेगा या पढ़ाई नहीं करेगा अथवा बदमाशी करेगा नाम रोशन करेगा कि नाम खराब कर देगा तरह-तरह के विचार उनके दिमाग में चलते रहते हैं।

आइए आप सबकी टेंशन को खत्म करने हम चलते हैं ज्योतिष की दुनिया में, जहां आपको इन सब का जवाब मिलेगा और आपकी समस्याओं का हल भी।

आप अपने बच्चों की कुंडलियों में देखें कि क्या राहु ग्रह उनके पंचम भाव में स्थित तो नहीं अथवा पंचम भाव में कहीं दृष्टी तो नहीं डाल रहा है, नीच का हो करके तो वहां नहीं बैठा है, अथवा किसी और ग्रह की क्रूर अथवा पापी ग्रहों की युति बन रही हो तो आप अलेर्ट हो जाए और अपने बच्चे पर में पूरा ध्यान देने लग जाए क्योंकि आपका बच्चा बिगड़ने वाला है।

क्रूर एवं नीच ग्रहों का पंचम भाव पर प्रभाव अथवा पंचमेश से युति अथवा दृष्टि संतान को बिगाड़ने वाली होती है जिस जातक की कुंडली में पंचम भाव पीड़ित होगा अथवा उस पर क्रूर एवं नीच व पापी ग्रहों का प्रभाव पड़ने पर उस जातक के मित्र विश्वसनीय नहीं रहते, उस जातक को मित्रों से हमेशा ही छल मिलता है धोखा मिलता है और साथ ही साथ बुरी आदतें भी मिलती है अगर ऐसा है तो आप सचेत हो जाए और ऐसे मित्रों का ध्यान रखें और उस पर हमेशा अपनी नजर बनाए रखें नहीं तो आपके बच्चों को बिगड़ने से कोई नहीं रोक पाएगा।

पंचम भाव में बैठा राहु अपनी नवमी दृष्टि से लग्न को देखेगा और शिक्षा में बिन उत्पन्न कर जातक को गलत संगत की ओर ले जाता है जातक को उसके ही मित्रों से उसे हमेशा धोखा मिलता है और उसके दोस्त उसे बिगाड़ने वाले होते हैं राहु की यह स्थिति इस समय और भयानक हो जाती है जब राहुल पंचम भाव में नीच का होकर बैठा होता है पंचम भाव पर शनि का प्रभाव भी गलत संगत की ओर इशारा करता है पंचमेश और पंचम भाव जब भी राहु केतु और शनि से युक्त अथवा दृष्ट होगा और शुभ प्रभाव से वंचित होगा तो उस जातक को हमेशा मित्रों से कष्ट बना रहेगा तथा उसके मित्र ही उसका जीवन बर्बाद करने वाले होंगे, विद्या में हमेशा ही विघ्न बाधा उत्पन्न होगी।

आइए अब जानते हैं कि इनसे बचा कैसे जाए आखिर वह क्या उपाय है कि जिनको आप करके इनसे छुटकारा पा सकते हैं जी हां यदि जातक की कुंडली में इस प्रकार की कोई योग बनता है तो जिस पापी ग्रह अथवा क्रूर ग्रह के द्वारा यह योग बन रहा हो उस ग्रह के अधिष्ठाता देव की पूजा व आराधना तथा स्वयं उस ग्रह की पूजा पाठ व जाप करने से उसके कुप्रभाव से बचा जा सकता है इन सबके अलावा कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति राशि स्थिति भाव स्थिति अथवा दृष्टि संबंधों के आधार पर भी बहुत ही सफल दायक उपाय किए जा सकते हैं।

अगर आपके बच्चे की भी कुंडली में भी यह योग बन रहा है तो आप मुझे नीचे दिए नंबर पर कॉल करके परामर्श ले सकते हैं और उपाय प्राप्त कर सकते हैं।

धन्यवाद

Astro Raju chhabra (devendre singh)

“”Kundli specialist””  Falit jyotish

Mb – 07747066452 , 7000029286

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