मेलबर्न
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खिलाड़ियों के लिए एक अक्टूबर से नेक गार्ड (गले की सुरक्षा के लिए उपकरण) पहनना अनिवार्य कर दिया है। वर्ष 2023.24 की खेलने की नई शर्तो और नियमों के तहत ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तेज या मध्यम तेज गेंदबाजों का सामना करते हुए नेक गार्ड पहनना जरूरी है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सात सितंबर को पहले वनडे के दौरान कैगिसो रबाडा का बाउंसर कैमरन ग्रीन के गले में लगने के बाद यह फैसला लिया गया। गेंद ग्रीन के हेलमेट में फिक्स नेकगार्ड पर टकराई और उन्हें कनकशन (सिर की चोट) के कारण बाहर जाना पड़ा। सीए के इस फैसले का डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ियों पर असर पड़ेगा जो इसे पहनने से परहेज करते आये हैं। यह नियम स्पिनरों का सामना करते हुए या विकेटकीपरों और करीबी फील्डरों पर लागू नहीं होगा।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने क्यों बदला नियम?
घरेलू क्रिकेट के दौरान ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज फिलिप ह्यूज की गर्दन पर गेंद लगने के कारण उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद सीए ने गर्दन की सुरक्षा के लिए इस गार्ड के उपयोग की सिफारिश की थी। लेकिन,कई अनुभवी खिलाड़ी अभी भी इस गार्ड का इस्तेमाल करने से बचते नजर आए हैं। स्मिथ, जिन्होंने 2019 एशेज में लॉर्ड्स में जोफ्रा आर्चर की गेंद पर नेक गार्ड नहीं पहना था, ने कहा कि उस साल उन्होंने उन्हें क्लॉस्ट्रोफोबिक महसूस कराया। वार्नर ने 2016 में कहा था कि वह इसे नहीं पहनते हैं और न ही पहनेंगे, क्योंकि यह उनकी गर्दन में गड़ता है और ध्यान भटकाता है।
एशियाई खेलों के लिए भारतीय फुटबॉल टीम का ऐलान, सुनील छेत्री का नाम शामिल, कोच इगोर स्टिमक का जाना तय नहीं
नई दिल्ली
अनुभवी स्ट्राइकर सुनील छेत्री हांगझोउ एशियाई खेलों के लिए चुनी गई दूसरे दर्जे की भारतीय टीम में एकमात्र जाना माना नाम है जबकि मुख्य कोच इगोर स्टिमक का जाना अभी तय नहीं है। अधिकांश क्लबों ने 21 सितंबर से शुरू हो रही एशियाई खेलों की फुटबॉल स्पर्धा के लिए भारतीय टीम में चुने गए 22 खिलाड़ियों को रिलीज करने को लेकर अनिच्छा जताई है क्योंकि उसी दौरान आईएसएल भी खेला जाना है।
एआईएफएफ अध्यक्ष और भाजपा नेता कल्याण चौबे ने मंत्रालय से लंबी बातचीत के बाद टीम भेजने पर स्वीकृति हासिल की थी क्योंकि एशियाई खेलों में भाग लेने के सरकार के मानदंडों पर फुटबॉल टीम खरी नहीं उतरती थी। लंबी बातचीत के बाद एआईएफएफ ने दोयम दर्जे की टीम चुनी है जिसमें मूल 22 में से नौ ही खिलाड़ी हैं। बाकी सभी क्लबों के अनुभवहीन खिलाड़ी हैं।
चीन रवानगी से तीन दिन पहले ही टीम का ऐलान हो सका है। मुख्य कोच स्टिमक का हांगझोउ जाना अभी तय नहीं है। उन्होंने पहले कहा था कि एशियाई खेल उनकी प्राथमिकता है। भारत को 19 सितंबर को चीन से, 21 सितंबर को बांग्लादेश और 24 सितंबर को म्यामां से खेलना है। छह समूहों में से शीर्ष दो प्री क्वार्टर फाइनल में जायेंगी। तीसरे स्थान की शीर्ष चार टीमें भी अंतिम 16 में होंगी।
टीम :गुरमीत सिंह, धीरज सिंह मोइरांगथेम, सुमित राठी, नरेंदर गेहलोत, अमरजीत सिंह कियाम, सैमुअल जेम्स, राहुल केपी, अब्दुल रहीम अंजुकंदन, आयुष देव छेत्री, ब्राइस मिरांडा, अजफर नूरानी, रहीम अली, विंसी बरेटो, सुनील छेत्री, रोहित दानू, गुरकीरत सिंह, अनिकेत जाधव।