रायपुर : शक्कर उत्पादन की लागत में कमी लाएं – डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम : कारखानों के संचालन में मितव्ययता बरतने के निर्देश

रायपुर, 17 जनवरी 2020

सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रदेश में संचालित चार सहकारी शक्कर कारखाना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को गन्ना उत्पादक किसानों के व्यापक हित में आवश्यक मितव्ययता के साथ गुणात्मक ढंग से दक्षता पूर्ण कारखाना संचालन कर शक्कर की लागत में कमी और रिकव्हरी में वृद्धि सहित सह उत्पादों के अधिकतम संभव मूल्य में विक्रय सहित सभी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में भोरमदेव कवर्धा, लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल, सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया, मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना अंबिकापुर और दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना बालोद की समीक्षा की गई।
डॉ. टेकाम ने अधिकारियों को शक्कर के निर्यात के प्रभावी प्रयास के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा वितरण के लिए गुड़ की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कवर्धा जिले में अतिशेष गन्ने से गुड़ निर्माण के लिए गुड़ निर्माण सहकारी समिति के गठन के प्रयास किए जाए। डॉ. टेकाम ने कारखानों की प्रतिकूल वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए इथेनॉल प्लांट की स्थापना के लिए पी.पी.पी. मोड के विकल्प पर विचार करते हुए प्रस्ताव करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कवर्धा में 40 के.एल.पी.डी. क्षमता का मोलासिस से इथेनॉल बनाने के लिए संयंत्र की स्थापना की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। डी.पी.आर. व्ही.एस.आई. पुणे से तैयार कराया गया है। पर्यावरण क्लीयरेन्स की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। परियोजना लागत का 70 प्रतिशत लगभग 49.76 करोड़ की गारंटी के लिए प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है। पण्डरिया शक्कर कारखाना में एन.एफ.सी.एस.एफ. नई दिल्ली से 70 के.एल.पी.डी. क्षमता का मोलासिस से इथेनॉल बनाने के लिए डी.पी.आर. तैयार कराया गया है। केरता कारखाना में व्ही.एस.आई. पुणे से 40 के.एल.पी.डी. क्षमता का मोलासिस से इथेनॉल बनाने के लिए डी.पी.आर. तैयार कराया गया है। बैठक में शक्कर कारखानों के हितों को ध्यान में रखते हुए सामग्री क्रय में मितव्ययता के साथ गुणवत्तापूर्ण सामग्री के लिए पारदर्शी प्रक्रिया का पालन करने के निर्देश दिए गए। प्रबंध संचालकों को कारखानें और गन्ना उत्पादक कृषकों के हितों में ध्यान में रखते हुए सुचारू संचालक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। सभी प्रबंध संचालकों को गोदाम, टैंक, रोड़, पाइप लाइन आदि निर्माण कार्याें के लिए जिला कलेक्टर से समन्वय कर शासन से राशि प्राप्त करने के लिए त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में सचिव सहकारिता सुश्री रीता सांडिल्य, सचिव सहकारी एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री धनंजय देवांगन, अपर पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री एच. के. दोशी और श्री एच. के. नागदेव, उप सचिव श्री पी.एस. सर्पराज, संयुक्त पंजीयक श्री डी.पी. टावरी, सहायक पंजीयक श्री विकास खन्ना, प्रबंध संचालक भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना कवर्धा श्री भूपेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रबंध संचालक लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना पण्डरिया श्री दिलीप जायसवाल, प्रबंध संचालक मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना अंबिकापुर श्री बिनोद बुनकर और प्रबंध संचालक दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना बालोद श्री मुकेश ध्रुव उपस्थित थे।

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