निर्भया के दोषियों की फांसी की तारीख नजदीक आते ही उनसे मिलने उनके परिवार वाले जेल पहुंच रहे हैं। दोषी विनय व मुकेश के माता-पिता शुक्रवार को उनसे मिलने के लिए पहुंचे। मुकेश के माता-पिता के साथ मुकेश का एक भाई भी था। अलग अलग समय पर दोनों दोषियों को उनके परिजनों से मुलाकात कराई गई।
आधे घंटे की मुलाकात में माता पिता को देखकर दोनों दोषी फफक कर रोने लगे। माता पिता ने उन्हें ढांढस बंधाया। जेल प्रशासन का कहना है कि अभी दोषियों के परिवार वालों से मिलने पर कोई पाबंदी नहीं है। उनके परिवार वाले लगातार मिलते रहते हैं। मुलाकात के दौरान जेल के अधिकारी भी वहां मौजूद रहते हैं।
इस दौरान वह उनकी बातों को सुनते हैं और दोषियों को सामान्य करने का प्रयास करते हैं। जेल प्रशासन ने दोषियों के परिवार वालों को पत्र लिखकर उन्हें मुलाकात करने के लिए कहा था। इसके अलावा जेल प्रशासन ने दोषियों को नोटिस जारी कर कहा है कि अगर वह कोई वसीयत आदि करना चाहते हैं तो इसकी जानकारी भी दें।
कोर्ट में याचिका दाखिल करने पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जताई नाराजगी
निर्भया के दोषियों की फांसी की सजा को और आगे बढ़ाने के लिए शुक्रवार को फिर से उनके वकील द्वारा पटियाला हाउस में याचिका दायर करने पर दिल्ली सरकार ने कड़ी नाराजगी जताई है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दोषियों के वकील सिस्टम का मजाक उड़ा रहे हैं और केस को लटकाने के लिए रोज नए नए तरीके ढूंढ रहे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि तेजी से न्याय दिलाने के लिए कानून में बदलाव जरूरी है। निर्भया मामले में दोषियों के वकील केस के निष्पादन में देरी करने के लिए नए नए तौर तरीके अपनाकर सिस्टम के साथ मजाक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए ताकि कमियों को दूर करने के लिए कानूनों में संशोधन किया जा सके।
वकील एपी सिंह निर्भया के दोषियों अक्षय और पवन की ओर से सुप्रीम कोर्ट में सुधारात्मक याचिका दाखिल करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने तिहाड़ जेल से दोषियों से संबंधित कुछ कागजात की मांग की थी लेकिन कागजात नहीं मिलने पर उन्होंने शुक्रवार को याचिका दायर कर कागजात मुहैया कराने की गुहार लगाई है।