हज़ारीबाग़ : सिखों के प्रथम गुरु नानक देव जी का 550वें साला प्रकाश पर्व जो पुरे विश्व में ऐतिहासिक रूप में भव्य तरीके से मनाया जा रहा है| इस उपलक्ष्य में नानक झिर गुरुद्वारा, कर्नाटक से एक जागृति यात्रा जो विगत 02 जून को वहां से निकली है वह कल 01 जुलाई की देर रात धनबाद, चास, बोकारो और रामगढ़ होते हुए आज हजारीबाग पंहुची| इस जागृति रथ में हस्तलिखित पुरातन दुर्लभ गुरुग्रंथ साहिब है, जिसके दर्शन करके सभी धर्मों के लोग अपने आप को धन्य महसूस कर रहे है| यह यात्रा हिन्दुस्तान के 21 राज्यों से होते हुए कई क्षेत्रों में भ्रमण कर रही है |
उक्त मौके स्थानीय गुरु गोविंद सिंह रोड स्थित गुरुद्वारा में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया| जिसमें विशेषरूप से सदर विधायक मनीष जायसवाल, नगर निगम के उपमहापौर राजुकुमार लाल सहित शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित हुए और गुरुद्वारा में माथा टेकते हुए दुर्लभ हस्तलिखित पुरातन गुरुग्रंथ साहिब का दर्शन किया| तत्पश्चात सिख समाज के महिला- पुरुष, बच्चे- बूढ़े द्वारा बड़े ही श्रद्धा और भक्तिभाव से जागृति रथ के साथ नगर कीर्तन के रूप में गुरुद्वारा से निकलकर अन्नदा चौक होते हुए पुराना बस स्टैंड से गुरु नानक पैलेस तक भव्य शोभा- यात्रा निकाली| इस दौरान भगवा वस्त्र धारण कर चल रहे पंच प्यारे जहाँ आकर्षक का केंद्र रहे वहीँ टी- सिजिज के ख्यातिप्राप्त गायक जोली छावड़ा की और उनकी टीम द्वारा मधुर भजनों- कीर्तनों से माहौल भक्तिमय बना रहा|