रायपुर, 19 फरवरी 2020
राष्ट्रीय कृषि मेला 2020 में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण नवाचार एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए राज्य के प्रगतिशील कृषकों एवं स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी जाएगी। मेले में पशुधन उत्पादों का विक्रय भी किया जाएगा। पशुपालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि 23 से 25 फरवरी तक तुलसी बाराडेरा स्थित थोक फल मंडी परिसर में आयोजित होने वाले कृषि मेले में पशुधन विकास से संबंधित विभिन्न उत्पादों को न्यूनतम मूल्यों पर बेचा जाएगा। इन उत्पादों में ए-2 दूध (बीटा केसिन प्रोलीन) 80 रूपए प्रति लीटर, देशी घी, बकरे (बीटल, सिरोही, बरबरी नस्ल) 5 से 10 हजार रूपए (नस्ल एवं उम्र के हिसाब से), कड़कनाथ मुर्गा 800 रूपए प्रति किलोग्राम, बत्तख (खाकी, केम्पबेल, व्हाइट पैकिन) 400 रूपए प्रति किलोग्राम, जापानी बटेर 120 रूपए प्रति जोड़ी, खरगोश (चिनचिला कोट) 500 रूपए प्रति जोड़ी, देशी मुर्गी (बैकयार्ड) 500 रूपए प्रति किलोग्राम, देशी मुर्गी अण्डा 10 रूपए प्रति नग, बत्तख अंडा 20 रूपए प्रति नग, गोमूत्र अर्क 70 रूपए प्रति लीटर, गोनाइल 40 रूपए प्रति लीटर, गोबर की मूर्ति छोटा 30 रूपए प्रति नग और बड़ा 70 रूपए प्रति नग, गमले 10 से 20 रूपए प्रति नग, धूप बत्ती 10 रूपए प्रति पैकेट, वर्मी कंपोस्ट 500 रूपए प्रति बोरी (50 किलोग्राम), जैविक कीटनाशक 40 रूपए प्रति लीटर और जैविक खाद 7 रूपए प्रति किलोग्राम की दर पर बिक्री होगी।