रायपुर, 20 फरवरी 2020
राष्ट्रीय कृषि मेला 2020 राजधानी रायपुर के फल, सब्जी, उपमंडी प्रांगण तुलसी बाराडेरा में 23 फरवरी से 25 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। इस मेले का शुभारम्भ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे। तीन दिवसीय मेले में छत्तीसगढ़ के अलावा देश के विभिन्न हिस्से के प्रगतिशील कृषक शामिल होंगे। मेले में कृषि के आधुनिक तौर-तरीाकें पर कृषि विशेषज्ञों के साथ परिचर्चा के साथ है। कृषि और इससे जुड़े विभागों की प्रदर्शनी लगायी जाएगी।
तुलसी बाराडेरा स्थित फल-सब्जी उपमंडी में लगभग 32 एकड़ क्षेत्र में इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। यहां छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना का जीवन्त प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में इस योजना के चार घटकों- नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के मॉडल बनाए जाएंगे। इसके अलावा मछलीपालन, पशुपालन, रेशमपालन सहित विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी तथा उन्नत कृषि के लिए विशेषज्ञों की परिचर्चा का भी आयोजन होगा। राष्ट्रीय कृषि मेला में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ राज्य बीज विकास निगम, कामधेनु विश्वविद्यालय, दुग्ध महासंघ और मंडी बोर्ड द्वारा स्टॉल लगाया जाएगा। इन स्टॉलों में अपने विभाग में संचालित शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी कृषकों को दी जाएगी।
कृषि मेले में सब्जियों के ग्राफ्टेड पौधे जैसे पोमेटो (ग्राफ्टेड आलू और टमाटर) विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण नवाचार एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए राज्य के प्रगतिशील कृषकों एवं स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी जाएगी, जिसमें पशुधन विकास से संबंधित विभिन्न उत्पादों को न्यूनतम मूल्यों पर बेचा जाएगा।
कृषि मेले में किसानों को परम्परागत सीड ड्रिल बुवाई यंत्र से हटकर बीज की बुवाई करने वाले आधुनिक तकनीक पर आधारित न्यूमैटिक प्लांटर का प्रदर्शन देखने को मिलेगा। राष्ट्रीय कृषि मेला में कृषि इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अनेक नये एवं आधुनिक कृषि उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा, जो न केवल प्रगतिशील किसानों के लिए उपयोगी होगा बल्कि अपने खेती-बाड़ी को आगे बढ़ाने वाले किसानों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा।