टेस्ट के नाम पर महिलाओं से अश्लील सवाल…लड़कियों को नंगा कर नौकरी के लिए इस विभाग ने लिया फिटनेस टेस्ट

नयी दिल्ली 21 फरवरी 2020। गुजरात के सूरत के नगर निगम में एक प्रदेश अस्पताल में महिला ट्रेनी क्लर्कों को गायनोकोलॉजिकल फिंगर टेस्ट के लिए नग्न कर खड़े किए जाने की खबर सामने आई थी। ऐसे में अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने इसपर संज्ञान लिया लिया है। आयोग ने इसको लेकर मुख्य सचिव (IAS) और डॉ जयंति एस रवि, प्रधान सचिव (IAS) को लिख कर मामले का संज्ञान लेकर आयोग को रिपोर्ट भेजने को कहा है।

गौरतलब है कि सूरत नगर निगम कर्मचारी यूनियन द्वारा नगर आयुक्त को दी गई शिकायत के अनुसार 100 कर्मचारियों को अनिवार्य फिटनेस टेस्ट के लिए सूरत नगर निगम चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थान बुलाया गया। एक वरिष्ठ् अधिकारी ने बताया कि महिला कर्मचारियों को 10 कमरों में नग्न खड़ा रखा गया। इसी तरह की  एक घटना भुज में पेश आ चुकी है. जहां छात्राओं को पीरियड्स की जांच के नाम पर कॉलेज में कपड़ा उतारने का दबाव बनाया गया.

फिटनेस टेस्ट के नाम पर ये कैसा जांच ?

सूरत म्यूनिसिपिल कॉर्पोरेशन कर्मचारी यूनियन ने म्यूनिसिपिल कमिश्नर से अपनी शिकायत में कहा, “गुरूवार को करीब 100 महिला प्रशिक्षु अनिवार्य फिटनेस टेस्ट के लिए सूरत म्यूनिसिपल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल गयीं. यहां उनको दबाव डालकर 10 के ग्रुप में नंगा खड़ा करवाया गया. आरोप है कि यहां निजता का भी ख्याल नहीं रखा गया. दरवाजा ठीक से बंद नहीं था. कमरे और दरवाजे के बीच में सिर्फ पर्दा डाल दिया गया. यहां उनका विवादास्पद फिंगर टेस्ट भी किया गया. जरूरी सवाल के नाम पर गैर शादी शुदा महिला प्रशिक्षुओं से उनके गर्भ धारण के बारे में भी पूछा गया. महिला प्रशिक्षुओं का आरोप है कि महिला डॉक्टरों ने उनसे ठीक से बर्ताव भी नहीं किया.

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