24 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस, सभी स्कूलों
व आंगनबाड़ियों में खिलाई जाएगी कृमिनाशक दवा
दवा खाने से छूट गए बच्चों और किशोरों के लिए 28 फरवरी को मॉप-अप राउंड
रायपुर. 22 फरवरी 2020
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 24 फरवरी को छत्तीसगढ़ में करीब एक करोड़ 14 लाख बच्चों और किशोरों को एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाई जाएगी। इनमें निजी स्कूलों के 17 लाख 54 हजार एवं स्कूल न जाने वाले 25 लाख 52 हजार बच्चें शामिल हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के सभी सरकारी व निजी स्कूलों तथा आंगनबाड़ियों में कृमिनाशक दवा एल्बेंडाजॉल खिलाने की व्यवस्था की जा रही है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर पिछले साल अगस्त में 99 लाख बच्चों को दवा खिलाकर कृमिमुक्त किया गया था।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स्कूलों और आंगनबाड़ियों में एक से लेकर 19 वर्ष तक के बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। अनुपस्थिति या बीमारी के कारण जो बच्चे 24 फरवरी को कृमिनाशक दवा नहीं खा पाएंगे, उनके लिए 28 फरवरी को मॉप-अप राउंड संचालित किया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत उन देशों में शामिल है जहां कृमि संक्रमण और इससे संबंधित रोग ज्यादा पाए जाते हैं। इसकी रोकथाम के लिए एल्बेंडाजॉल (400 मिली ग्राम) दवाई का सेवन एक सुरक्षित और प्रभावी उपाय है जो पूरी दुनिया में स्वीकृत है।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य छत्तीसगढ़ के सभी बच्चों व किशोरों के स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति में सुधार और स्वस्थ बचपन के लिए उन्हें कृमिमुक्त करना है। स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को मितानिनों द्वारा कृमिनाशक दवाई खाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मानव संसाधन विकास, स्कूल शिक्षा तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से आयोजित एक अखिल भारतीय जन स्वास्थ्य कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम एवीडेंस एक्शन के तकनीकी सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।