रायपुर, 22 फरवरी 2020
छत्तीसगढ़ शासन की सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी चार प्राथमिकता वाले कार्यक्रम में बाड़ी विकास कार्यक्रम भी प्रमुख रूप से शामिल है। जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में उद्यानिकी फसलों के रकबे में विगत वर्ष की तुलना में 8.64 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की बढ़ोत्तरी हुई है। यह कुल रकबे के 0.62 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी है। राज्य सरकार की इस योजना के तहत उद्यानिकी फसलों की उत्पाद में आशातीत वृद्धि हुई है और उत्पादन में 102.24 लाख मीट्रिक टन की बढ़ोत्तरी हुई है जो 0.39 प्रतिशत वृद्धि है। उद्यानिकी फसलांे की वृद्धि से लोगों को अब ताजी एवं हरी सब्जी पर्याप्त मात्रा में मिल रही है।
उद्यानिकी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के अंतर्गत नरवा, गरूवा, घुरवा अउ बाड़ी विकास कार्यक्रम को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए एक लाख 47 हजार 687 बाड़ी विकास कार्यक्रम को विशेष अभियान के रूप में लिया गया और इस कार्य में महिला समूह की विशेष भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उद्यानिकी फसलों की बेहतर देखरेख और सिंचाई के लिए ड्रिप 31483 एवं स्प्रिंकलर 53904 हेक्टेयर क्षेत्र में संयंत्रों की स्थापना की गई है। इसके अलावा नीबू, आमरूद, बेल, सीताफल जामुन अदि के नवीन प्रजातियों के मातृ वृक्ष विकसित किए जा रहे हैं। बाड़ी विकास कार्यक्रम में वानिकी पौधों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय बांस मिशन और सब मिशन आंन एग्रोफोरस्ट्री योजना भी संचालित है।