दुनियाभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) को लेकर फैली दहशत के बीच देश में एक ही दिन में 23 नए पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। इनमें आगरा के एक ही परिवार के छह लोगों सहित सात भारतीय नागरिक और इटली के 16 पर्यटक हैं। देश अब तक 29 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है, जिनमें से तीन पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। बाकी 25 का इलाज चल रहा है और सभी की हालत स्थिर है।
नोएडा के स्कूलों से जिन बच्चों के सैंपल लिए गए थे उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस बीच, संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने विदेश से आने वाली सभी उड़ानों और यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग का फैसला किया है। इसके साथ ही जांच के लिए देश 19 नई लैब शुरू की जा रही हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) से रिपोर्ट आने पर 23 लोगों में संक्रमण की जानकारी देते हुए बताया, दिल्ली के संक्रमित मरीज के संपर्क में आए आगरा के छह लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, जयपुर में भर्ती संक्रमित इतालवी पर्यटक के संपर्क में आने वाले जिन 21 लोगों को छाबला स्थित आईटीबीपी शिविर लाया गया था, उनमें 16 पॉजिटिव हैं। इनमें 15 इटली के हैं जबकि एक भारतीय है।
सफदरजंग अस्पताल में 23 लोगों का उपचार चल रहा है। वहीं, इटली के पर्यटक और उसकी पत्नी का इलाज जयपुर और एक भारतीय आईटी इंजीनियर का इलाज तेलंगाना में हो रहा है। इस बीच, तेलंगाना के एक अस्पताल में भर्ती दो मरीजों में भी कोरोना के गंभीर लक्षण मिले हैं।
विदेशी से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया, अब तक देश के 21 हवाई अड्डों पर कोरोना प्रभावित 12 देशों से आने वाले यात्रियों और उड़ानों की जांच होती थी। अब सभी विदेशी उड़ानों और उनके यात्रियों को यूनिवर्सल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। इटली के जो पर्यटक पॉजिटिव हैं वह 21 फरवरी को आए थे। तब इटली यूनिवर्सल स्क्रीनिंग का भाग नहीं था। अब तक देश के हवाई अड्डों पर 5,89,000 और प्रमुख बंदरगाहों पर 15,000 लोगों की स्क्रीनिंग हुई है।
भारतीयों की जांच के लिए ईरान में लैब
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया, ईरान में 1200 भारतीय हैं। इनमें से ज्यादातर छात्र हैं। इनकी जांच के लिए तेहरान में लैब शुरू बनेगी। इसके लिए पुणे एनआईवी का एक वैज्ञानिक ईरान पहुंच चुका है। तीन अन्य वैज्ञानिक बुधवार को रवाना हुए। जांच रिपोर्ट आने के बाद वापसी प्रक्रिया शुरू होगी।
इस बार होली मिलन कार्यक्रमोंमेें शामिल नहीं होंगे पीएम-शाह
कोरोना संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने होली मिलन समारोहों से न शामिल होने का फैसला किया है। पीएम ने ट्वीट किया, दुनियाभर के विशेषज्ञों ने कोविड-19 कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने वाले कार्यक्रम कम करने की सलाह दी है। इसलिए मैंने होली मिलन समारोह में न जाने का फैसला किया है।
तीन किमी दायरे में भी होगी जांच
कोरोना संक्रमित मिले व्यक्ति के घर के तीन किमी दायरे में स्वास्थ्य विभाग जागरुकता अभियान चलाएगा।
19 नई प्रयोगशाला, 15 पहले से हैं
देश मेें फिलहाल कोरोना वायरस की जांच के लिए 15 लैब हैं। सरकार ने 19 नई लैब बनाने का फैसला किया है। इनमें से आठ मंगलवार तक शुरू हो चुकी हैं और बाकी जल्द ही शुरू हो जाएंगी।
विदेश में 17 भारतीय संक्रमित
विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने लोकसभा में बताया, विदेश में कुल 17 भारतीय कोरोना से संक्रमित हैं। इनमें से 16 जापान और एक संयुक्त अरब अमीरात में है। ये 16 लोग डायमंड प्रिंसेस क्रूज में सवार थे। सरकार अब तक 766 लोगों को चीन से वापस ला चुकी है। इनमें से 723 भारतीय और 43 विदेशी हैं। जापान में क्रूज से 119 लोगों को लाया गया है। एयर इंडिया ने चीन की दो उड़ानों के लिए 5.98 करोड़ रुपये का बिल दिया है।
दिल्ली के सभी अस्पताल हाई अलर्ट पर
कोरोना से निपटने के लिए केंद्रीय और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सहित एम्स, आईसीएमआर, सफदरजंग, आरएमएल के निदेशकों की उच्च स्तरीय बैठक हुई। दिल्ली सरकार ने राज्य के सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए शिक्षण संस्थानों को एडवाइजरी
कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र सरकार ने शिक्षण संस्थानों के लिए एडवाइजरी जारी की है। सरकार के उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने बुधवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों, सीबीएसई चेयरपर्सन और राज्यों के स्कूल शिक्षा विभाग को पत्र लिखा।
इसमें कोरोना वायरस से बचाव और जागरूकता का आह्वान किया गया है। सरकार ने स्पष्ट हिदायत दी है कि जो बच्चे जुकाम से पीड़ित हैं वह स्कूल न आएं।
खरे ने लिखा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति भारत में मिले हैं। हालांकि सरकार इससे बचाव के लिए काम कर रही है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है और जागरूकता से बचाव संभव है।
शिक्षण संस्थान छात्रों को समझाएं कि वे बार-बार हाथ धोएं। इसके अलावा सेनेटाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं। सर्दी और जुकाम वाले लोगों से उचित दूरी बनाकर रखें। खांसते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें। इसके अलावा छात्रों और अभिभावकों को भीड़ वाले स्थानों पर न जाने की सलाह दें।