गत सप्ताह कैबिनेट सचिव राजीव गौबा कह चुके हैं कि सरकार का 21 दिन के बाद लॉकडाउन पीरियड आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है।
14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन कैसा होगा, केंद्र सरकार इस बारे में मुख्यमंत्रियों से राय ले रही है। उनके सुझाव लिए जा रहे हैं। हालांकि गत सप्ताह कैबिनेट सचिव राजीव गौबा कह चुके हैं कि सरकार का 21 दिन के बाद लॉकडाउन पीरियड आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है।
इतना नहीं नहीं, राज्यों के मुख्यमंत्रियों से यह भी पूछा गया है कि यदि उनके पास लॉकडाउन का कोई दूसरा विकल्प है, तो उस बारे में बात कर सकते हैं। राजस्थान, हरियाणा, झारखंड, उड़ीसा, गोवा, बिहार व दूसरे कई ऐसे राज्य जहां बहुत से जिले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना का कोई भी केस नहीं है।
एक सुझाव यह भी आया है कि वे जिले जिनमें अभी तक कोरोना का एक भी केस नहीं आया है, वहां लॉकडाउन में ढील दी जा सकती है। इसके लिए राजस्थान का उदाहरण सामने है। हरियाणा का जिक्र भी हो सकता है।
राजस्थान के एक स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि हम ऐसी तैयारी में लगे हैं कि 14 अप्रैल के बाद उन जिलों को लॉकडाउन से छूट दे दें, जहां पर कोरोना का कोई मामला नहीं आया है। इसके तहत जो व्यवस्था होगी, उसमें कोरोना से प्रभावित इलाकों के लोगों का दूसरे जिलों में प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।
इसका मतलब है कि कोरोना फ्री जिले की बाहरी सीमाएं सील कर अंदर कहीं भी आने जाने की छूट दे दी जाए। दूसरी ओर, कोरोना के संक्रमण से प्रभावित जिलों में पूर्ण लॉकडाउन जारी रखा जाए।
हमने जिला प्रशासन को कह दिया था कि जहां भी कोरोना का केस दिखे, उसके दो किलोमीटर के क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दो। सभी एंट्री प्वाइंट पर चेक पोस्ट बना दी गई। 16 हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों के घर पहुंचकर उनकी स्क्रीनिंग की। लॉकडाउन आगे जारी रहेगा या नहीं, इस बाबत केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कोई निर्णय लेंगे।
इसमें पहले उन जिलों को शामिल किया जाए, जहां कोरोना का केस नहीं है। राजस्थान में सोमवार सुबह तक कोरोना के 253 केस सामने आए हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने जताई ये चिंता
1375 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। 205 लोगों की जांच अभी चल रही है और 10 लोगों की पॉजिटिव आई है। यहां कोरोना के चलते किसी की मौत नहीं हुई है। देश के कई दूसरे हिस्सों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
अगर 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोला जाता है तो ट्रेन, वायु सेना या सड़क यातायात से विभिन्न राज्यों के ऐसे लोग जो कोरोना के संक्रमण से ग्रसित हैं, वे छत्तीसगढ़ आ सकते हैं।
ऐसे में हमें नई कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। बघेल ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि इस बाबत कोई भी निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह से सोच विचार किया जाए। कोई ऐसा ठोस उपाय हो, जिससे कि कोरोना का संक्रमण न फैल सके।
जमातियों ने बढ़ाए कोरोना के केस: अनिल विज
इससे पहले प्रदेश में कोरोना के केस देखें तो छह जिलों में ही कुछ लोगों को यह संक्रमण हुआ था। उनकी संख्या भी 40 थी। अब एकाएक इनकी संख्या 80 के पार हो गई है। लॉकडाउन के बारे में फैसला केंद्र सरकार करेगी। हालांकि हमने केंद्र को प्रदेश की स्थिति से अवगत करा दिया है।
कुछ जिले, जहां अभी तक कोई केस ही नहीं आया है, वहां लॉकडाउन में ढील दी जा सकती है। बशर्तें वहां कोई बाहर से आने पाए। सीएम मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि मुझे पूरा विश्वास है, कोरोना हरियाणा से हारेगा और भारत से भागेगा। तब्लीगी जमात से आया हुआ है तो स्वयं आगे आकर अपनी स्वास्थ्य जांच कराएं।
कोरोना को तीसरी स्टेज में जाने से रोकेंगे: राजीव गौबा
अगले कुछ दिन हम सभी लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे। कोरोनावायरस का संक्रमण न फैले, इसके लिए अपनी जरूरत के हिसाब से मौजूदा संसाधनों का उपयोग करना होगा। कैबिनेट सचिव ने कोरोना के मामलों की पहचान करने, टेस्ट करने और संदिग्ध लोगों को क्वारंटीन में रखने के उपाय तेज करने होंगे।
यह तभी संभव होगा, जब कोरोना से लड़ने की कार्य योजना को गंभीरता से लागू किया जाएगा।