रायपुर : कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने आज कलेक्टोरेट स्थित सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक ली। कलेक्टर डॉ. भारतीदासन ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी 8 अगस्त को छत्तीसगढ़-राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिले में डिवर्मिंग की दवाई खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों में 1 से 19 साल के लड़के और लड़कियों को कृमि मुक्त करने हेतु जिले के समस्त सरकारी स्कूल, निजी स्कूल और आंगनबाड़ी में खिलाया जायेगा। आशा के माध्यम से अधिक से अधिक गैर-पंजीकृत और स्कूल ना जाने वाले बच्चों को आंगनबाड़ी के माध्यम से इस कार्यक्रम का लाभ दिलानें के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के कार्यक्रम के निगरानी के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला बाल विकास विभाग द्वारा स्कूल एवं आंगनबाड़ी की मैदानी निगरानी हेतु सुक्ष्म योजना तैयार किया जायेगा। आयुष चिकित्सकों द्वारा ब्लॉक स्तर पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के कार्यान्वयन की निगरानी की जायेगी एवं टीम द्वारा कम से कम चार स्कूल और आंगनबाड़ी के दौरा करने के निर्देश दिये है। बैैठक में उपस्थित चिकित्सकों ने बताया कि कृमि संक्रमण बच्चों की पोषण संबंधी स्थिति से कई प्रकार से हानि पहुंचता है।
कृमि पोषक ऊतकों से भोजन लेते है जैसे रक्त जिससे खून की कमी हो जाती है, कुपोषण में वृद्धि और शारीरिक विकास पर खास असर पड़ता है, कृमि बच्चों के शरीर के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को खा लेते है इससे खून की कमी कुपोषण और वृद्धि में रूकावट आ जाती है। इससे बचने के लिए 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवाई एल्बेंडाजॉल निःशुल्क उपलब्ध कराई जायेगी। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री अशोक पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.आर. चन्द्राकर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थें।