रायपुर, 20 अप्रैल 2020
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के सभी जरूरतमंदों और श्रमिकों के लिए समुचित खाद्यान्न व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में बिना राशन कार्ड वाले व्यक्तियों को भी पांच किलो प्रति व्यक्ति खाद्यान्न देने के आदेश दिए गए हैं। प्रदेश के श्रमिकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मनरेगा के तहत जरूरी निर्माण कार्याें को शुरू किया गया है। मनरेगा के तहत काम मिलने पर श्रमिकों के चेहरों पर मुस्कान आई है। काम में गए सभी श्रमिक चेहरो में मास्क लगाकर कोरोना वायरस से अपनी सुरक्षा कर रहे हैं। सूरजपुर जिले के कलेक्टर श्री दीपक सोनी एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनरेगा के तहत चल रहे कार्य स्थलों में जाकर निरंतर निरीक्षण कर रहे हैं। श्रमिकों को कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए आवश्यक मास्क आदि उपलब्ध कराई जा रही है। श्रमिकों को एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने के समझाइश दी जा रही है।
सूरजपुर जिले की ग्राम पंचायत डुमरिया में 230 श्रमिक एवं ग्राम पसला में 194 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। इन श्रमिकों को प्रतिदिन 190 रूपए के दर से मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। डुमरिया में नवीन तालाब निर्माण एवं पसला में तालाब गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। कार्य स्थल पर कोरोना संक्रमण से बचाव और सुरक्षा के लिए सभी श्रमिकों को निःशुल्क मास्क वितरण किया गया है। मनरेगा के तहत संचालित कार्याें में श्रमिकों को एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने के साथ ही मुंह और नाक को मास्क या गमछा से अच्छे से ढ़क कर रखने कहा गया है। साथ ही काम शुरू करने से पहले और काम बंद होने के बाद साबुन से धोने की व्यवस्था की गई है। सूरजपुर जिले के 362 ग्राम पंचायतों में एक हजार 665 मनरेगा कार्य संचालित है, जिसमें 33 हजार 392 श्रमिकों को काम मिल रहा है।