लॉकडाउन में कोरोना फैलाने के लिए सड़कों पर फेंके जा रहे ₹2000-500 के नोट

रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) सहित प्रदेश के कई हिस्सों में सड़कों (Road) पर नोट मिलने को लेकर हड़कंप मच रहा है. लोग इस बात को लेकर डरे हुए हैं कि इस तरह नोटों के माध्यम से कुछ शरारती तत्वों द्वारा कोरोना बीमारी फैलाने के लिए किया जा रहा है. रायपुर में जहां तीन जगहों पर अलग-अलग दिन ₹200-500, 2000 के नोट पाए गए थे. वहीं दुर्ग और कवर्धा जैसे शहरों में भी सड़कों पर नोट पाए जाने और कोरोना के संक्रमण को लेकर दहशत लोगों में देखा गया. आखिर क्यों लोग डर रहे हैं ये बड़ा सवाल है और इसके पीछे वजह क्या है यह भी पड़ताल का विषय है.

रायपुर के शंकर नगर में 5 दिनों पहले हरि शंकर स्कूल के पास 1950 रुपए बंडल में मिले थे, जिसे सड़क पर देख कर हड़कंप मचा और लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी. मौके पर खम्हार डी पुलिस ने पहुंचकर नोट को सैनिटाइज करने के बाद जब्त कर लिया था और इस तरह नोट मिलने के जांच की बात कही थी ऐसे ही अनुपम नगर में भी ₹140 सड़क पर पड़े मिले थे. उस पर भी लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी चुकी कोरोना संक्रमण के कारण जहां लोग डरे हुए हैं. सिलतरा क्षेत्र में भी सड़क पर नोट मिलने की जानकारी मिली थी. वही पुलिस ने भी इन मामलों में नोटों को बकायदा सैनिटाइज करने के बाद जब्त किया था.

यहां भी मिले नोट

राजधानी रायपुर की तरह ही दुर्ग के मोहन नगर में 10 मई को सड़क पर ₹4900 फेंके दिखे. इसके बाद स्थानीय पार्षद ने पुलिस को सूचना दी. सड़क पर पैसे मिलने से लोगों में दहशत थी. कवर्धा के पांडातराई इलाके में कुछ लोगों ने कार से नोट उड़ाकर फेंके जाने की बात कही है. सामान्य दिनों में जहां सड़क पर नोट मिल जाने से लोग खुश हो जाते हैं और चुपचाप पॉकेट में रख लेते हैं. कुछ लोग जरूर अपनी इमानदारी दिखाकर पता करने का प्रयास करते हैं, लेकिन कोरोना संकट के इस समय में लोग सड़कों पर नोट मिलने से बहुत ज्यादा डरे हुए हैं और पुलिस को तुरंत सूचना दे रहे हैं.

क्या है सड़क पर पड़े नोटों का रहस्य?

हम आपको बताते हैं सड़कों पर नोट मिलने का के पीछे की सच्चाई. दरअसल रायपुर में अनुपम नगर में जो 140 रुपए मिले थे, उसकी जांच पड़ताल जब पुलिस ने की तो एक व्यक्ति अपनी बाइक पर जाता दिखा और पॉकेट से जब रुमाल निकाला तो उसके पॉकेट में रखे रुपए गिर गए. इसी तरह शंकर नगर में जो 1950 रुपए मिले थे, वे भी सड़क से गुजर रहे व्यक्ति के जेब से ही गिरे थे. रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर पंकज चंद्रा का कहना है कि दोनों ही मामलों में लोगों के जेब से रुपए गिरे हैं और ये आसपास के सी सी टी वी की जांच करने पर पता चला है. लोग बेवजह करोना संक्रमण फैलाने के उद्देश्य से इस तरह नोट फेंके जाने को लेकर डर रहे हैं डरने की जरूरत नहीं है. कुछ जगहों पर शरारती तत्व भी इस तरह की हरकत कर रहे हैं.

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