अंबिकापुर,23 मई 2020। संभाग के बलरामपुर में बालक छात्रावास में क्वारनटाईन किए गए दिल्ली से लौटे युवक ने भोजन और व्यवस्था की बदहाली का ब्यौरा फ़ेसबुक पर वीडियो के ज़रिए पोस्ट कर दिया, जिसके बाद उसे दूसरे क्वारनटाईन सेंटर रवाना कर दिया गया।
लेकिन मामले में तब ट्विस्ट आ गया जबकि दिलीप गुप्ता नामक इस युवक के परिजनों ने तहसीलदार और जनपद सीईओ विनय गुप्ता पर क्वारनटाईन सेंटर में घूसकर मारपीट और गाली गलौज करने की लिखित शिकायत की। दिलीप के पिता चंद्रिका गुप्ता ने पूरे मामले की शिकायत राज्यपाल और मुख्यमंत्री से भी की। पर कहीं से भी सुनवाई ना होते देख परिजन सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह के पास पहुँचे। केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह कल क्वारनटाईन सेंटर पहुँच गयी और पीड़ित युवक से चैनल गेट के पास खड़े होकर जानकारी लेने लगी। युवक ने परिजनों के लगाए आरोप को सही बताया और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए।
युवक ने कहा
“खाने का कोई ठिकाना नहीं है.. एक गिलास है उसी का इस्तेमाल शौच के लिए करना है.. उसी का इस्तेमाल पानी पीने के लिए करना है..रहने का भी बेहाल हाल है”
युवक ने जनपद सीईओ द्वारा मारपीट का भी आरोप लगाया और पीठ पर घटना के सात दिन बाद भी मौजुद निशान को दिखाया। इस के ठीक बाद केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह बुरी तरह बिफरीं और उन्होंने तहसीलदार शबाब खान और जनपद सीईओ विनय गुप्ता को जमकर फटकार लगाई।
केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह इस बात पर भी नाराज़ थी कि, इस घटना को लेकर अधिकारियों ने झूठी जानकारी देते हुए किसी भी दुर्व्यवहार से इंकार कर दिया था। बेहद बुरी तरह भड़की केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने कहा