रायपुर, 18 जून 2020
राज्य सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों के चेहरे में एक अलग रौनक और खुशी देखने को मिल रही है। वैश्विक महामारी कोविड़-19 के कारण लॉकडाउन के दौरान किसान जब परेशान थे। ऐसे मुश्किल वक्त में सरकार की ओर से किसानों को जब सीधे आर्थिक मदद मिली, तो किसानों के घरों में खुशहाली पसर गई।
बीजापुर जिले के नैमेड़ निवासी किसान श्री रविशंकर पटेल पिता स्वर्गीय अग्रहरि पटेल ने इस योजना से लाभान्वित होने पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार संवेदनशीलता के साथ किसानों के हित में कार्य कर रही है और किसानों को खेती-किसानी के लिए हरसंभव मदद कर रही है। उन्होंने बताया कि मुझे इस योजना से 26 हजार 468 रूपये की राशि मिलेगी, जिसमें से अभी पहली किश्त में 6 हजार 617 रूपए सीधे बैंक खाता में जमा हो गयी है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान इस मुश्किल वक्त में यह सहायता राशि मेरे लिए महत्वपूर्ण है। इस राशि से मैंने बारिश के पहले खेती-किसानी की तैयारी कर ली है। रवि पटेल ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2019-20 में सोसायटी में कुल 36 क्विंटल 80 किलोग्राम धान का विक्रय किया था, जिसके एवज में सोसायटी से 66 हजार 792 रूपए का भुगतान मिला था। अब सरकार द्वारा प्रोत्साहन के रूप में 26 हजार 468 रूपए का भुगतान चार किश्तों में किया जा रहा है, जो खेती-किसानी के साथ ही घर-परिवार की जरूरत के काम आएगा। रविशंकर पटेल के पास करीब 6 एकड़ कृषि भूमि है, जिसमें धान की फसल लेते हैं और रबी के सीजन में लगभग एक एकड़ रकबा में साग-सब्जी की खेती करते है। खेती-किसानी के जरिए ही उनके 6 सदस्यीय परिवार का भरण-पोषण होता है। उन्होंने बताया कि वह स्वयं 10वीं तक पढे़ हैं लेकिन अपने बच्चों की पढ़ाई का ध्यान दे रहे हैं। बेटी गायत्री अभी नर्सिंग कॉलेज बेंगलुर में बीएससी नर्सिंग कर रही है। छोटी बेटी सुचिता 12वीं की पढ़ाई कर रही है तथा सबसे छोटा बेटा जिन्तेन्द्र 8वीं में पढ़ रहा है। नैमेड़ के इस लघु-सीमांत कृषक रवि पटेल ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों की मदद करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि किसानों से जुड़ी लाभकारी योजनाओं के जरिये हम सब के जीवन में बदलाव आया है। अब वह खेती – किसानी को उन्नत तरीके से करने के लिए ड्रिप पद्धति लगाएंगे और साग-सब्जी की खेती को वृहद पैमाने पर अपनाएंगे।