कोरबा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरबा जिले (Korba District) में क्वारंटाइन सेंटर पर प्रेत आत्मा का साया होने की अफवाह से लोग भयभीत हैं. यहां रह रहे लोगों का कहना है कि सेंटर में रहने वाले उनके कुछ साथी अजीबो-गरीब हरकत करने लगे तो दूसरे मजदूरों ने प्रेत आत्मा का साया समझकर उन्हें पेशाब पिला दिया. क्वारंटाइन सेंटर (Qurantine Center) में भूत-प्रेत होने की चर्चा से इलाके में हड़कंप मच गया है. इसके अलावा यहां क्वारंटाइन किए गए लोगों ने जांच में हो रही देरी को लेकर सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है.
दरअसल यह पूरा मामला करतला ब्लॉक के पठियापाली हाई स्कूल में बने क्वारंटाइन सेंटर का है. यहां रखे गए लोग भूत-प्रेत के खौफ में जी रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि स्कूल परिसर के अंदर प्रेत आत्मा का साया है जिससे उनके साथी ऊट-पटांग हरकतें कर रहे हैं. जिन्हें देखकर अन्य लोगों के मन में डर समा गया है. मजदूर बताते हैं कि एक युवक के ऊपर प्रेत आत्मा का साया आया था. प्रेत को भगाने के लिए लोगों ने उसे पेशाब पिला दिया. ऐसे अमानवीय कृत्य से लोगों के बीच अंधविश्वास की जड़ें मजबूत हो रही हैं. भूत-प्रेत के खौफ से लोग रातों को जगने (रतजगा) के लिए मजबूर हैं. क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों ने कहा कि 14 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी उनकी रिपोर्ट नहीं आई है जिससे उनके मन में संक्रमण का डर भी घर कर गया है.
भूत-प्रेत कुछ नहीं, केवल आप लोगों के मन का वहम
क्वारंटाइन सेंटर प्रभारी और गांव के जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझाया-बुझाया कि भूत-प्रेत कुछ नहीं होता, यह महज आप लोगों का वहम है. इसलिए आप लोग निश्चिंत होकर सेंटर में रहें. वहीं सरपंच श्यामलाल कंवर ने बताया कि अब तक पठियापाली से पांच लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से एक शख्स प्रवासी मजदूर है. उन्होंने कहा कि गांव में वायरस संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. इसके बावजूद ग्रामीण नियमों की अनदेखी कर मनमानी करते हुए अन्य गांव में आना-जाना कर रहे हैं. पंचायत स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है. इसके लिए रायपुर से सुरक्षा के लिए पर्याप्त बंदोबस्त करने की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन किए गए मजदूर प्रेत आत्मा की बात कहते हुए क्वारंटाइन सेंटर बदलने की मांग कर रहे हैं.