नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद मोदी सरकार ने चीन के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए हैं। 59 चाइनीज ऐप के बैन करने के दो दिन बाद ही भारत ने चीन को एक और तगड़ा झटका दिया है। बुधवार को दूरसंचार विभाग की BSNL और MTNL की 4 G सेवाओं को अपग्रेड करने के लिए Tender रद्द कर दिया है।
सरकार ने चीनी सामान ना खरीदने का दिया था निर्देश
दरअसल, सरकार ने BSNL और MTNL को चीनी कंपनियों से सामान ना खरीदने का निर्देश दिया था, जिसके बाद से इस टेंडर को रद्द कर दिया गया है। अब दोबारा नया टेंडर जारी किया जाएगा। नए टेंडर में मेक इन इंडिया और भारतीय टेक्नालॉजी को प्रोत्साहन देने के लिए नए प्रावधान होंगे। गौरतलब है कि BSNL और MTNL पर सबसे ज्यादा चीनी प्रोडक्ट खरीदने का आरोप लगा था। इसके बाद सरकार ने इन कंपनियों को निर्देश दिया था कि चीनी सामानों पर निर्भरता कम करने का निर्देश दिया था।
BSNL और MTNL ने लिया था ये फैसला
इससे पहले BSNL और MTNL ने 4 G नेटवर्क के लिए चीनी कलपुर्जे का इस्तेमाल ना करने का फैसला किया था। इससे पहले भारतीय रेलवे ने चीनी कंपनी के साथ 471 करोड़ रुपये का सिगनलिंग प्रोजेक्ट रद्द कर दिया था। इसके अलावा MMRDA ने भी मोनोरेल से जुड़ी चीन की दो कंपनियों का टेंडर रद्द कर दिया था। इसके अलावा MMRDA ने दस मोनोरेल रैक्स बनाने की बोली को भी रद्द कर दिया।
इन प्रोजेक्ट को भी किया गया कैंसिल
चीनी कंपनी के पास ही मेरठ रैपिड रेल का टेंडर था, जो कि रद्द कर दिया गया। इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार और हरियाणा सरकार ने भी चीनी कंपनियों को तगड़ा झटका दिया है। महाराष्ट्र सरकार की तरफ से तलेगांव में ग्रेट वॉल का टेंडर रद्द कर दिया गया, जबकि हरियाणा सरकार द्वारा चीनी कंपनियों का 780 करोड़ रुपए का ऑर्डर कैंसिल कर दिया गया।