रेलवे की पटरियों पर दौड़ेंगी प्राइवेट ट्रेनें: ये होगा किराया, भारत में बनेंगे कोच

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाने जा रही है। निजी ट्रेनों को लेकर रेल विभाग ने बड़ा एलान किया है जिसके तहत अब साल 2023 तक रेलवे की की पटरी पर निजी ट्रेने दौड़ेंगी। इन ट्रेनों का संचालन देश के 109 मार्गों पर किया जाएगा। हालांकि इन प्राइवेट ट्रेनों का किराया रेलवे बोर्ड ही तय करेगा। जो कि हवाई यात्रा के अनुरूप ही प्रतिस्पर्धी होगा

2023 से शुरू हो सकता है प्राइवेट ट्रेनों का परिचालन

भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव बड़ा एलान करते हुए बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो अप्रैल 2023 तक यात्री प्राइवेट ट्रेनों से सफर कर सकेंगे। इसके लिए अगले साल फरवरी या अप्रैल तक टेंडर ओपन किये जाने की तैयारी है।

रेलवे ही तय करेगा निजी ट्रेनों का किराया

निजी ट्रेनों के रेलवे की पटरियों पर दौड़ने को लेकर प्राइवेट कंपनियों को राजस्व का कुछ हिस्सा देना होगा। वहीं सबसे अधिक हिस्सेदारी वाले बिडर को अनुबंध मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम लोकोमोटिव में ढुलाई शुल्क के माध्यम से अपने खर्चों की वसूली करेंगे। निजी क्षेत्र की रेलगाड़ियों के यात्रा किराये की प्रतिस्पर्धा उन्हीं मार्गों पर चलने वाली बस सेवा और हवाई सेवा से होगी।

रेलवे कोच’ होंगे मेक इन इंडिया

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि निजी ट्रेनों के रेल कोच भारत में ही बनेंगे। वहीं गार्ड्स और ड्राइवर भी भारतीय रेलवे ही देगा।इसके साथ ही पैसेंजर ट्रेन ऑपरेशन में निजी भागीदारी रेलवे के कुल ऑपरेशन का केवल 5 फीसदी ही होगा। प्राइवेट ट्रेनें के कोच मेक इन इंडिया नीति के तहत खरीदे जाएंगे।

निजी ट्रेनों में गार्ड्स और ड्राइवर भारतीय रेलवे के

इसके अलावा अगर निजी कंपनियां ट्रेनों का संचालन मानकों के अनुरूप नहीं करेंगी तो उनपर जुर्माना भी लगाया जायेगा। ट्रेनों की देखभाल की जिम्मेदारी निजी कंपनियों की होगी। बता दें कि रेल नेटवर्क पर पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए प्राइवेट इंवेस्टमेंट के लिए उठाया जाने वाला यह इंडियन रेलवे का पहला ऐसा कदम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *