दिल्ली में प्रचंड जीत के बाद आला नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ की बैठक

नई दिल्ली

दिल्ली में प्रंचड बहुमत से जीत हासिल करने के बाद आला नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों को उचित संगठनात्मक व प्रशासनिक नियमों के अंतर्गत कार्य करने के दिशा निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि बिना समय खोये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की विकसित दिल्ली के निर्माण के लिए काम शुरू करना होगा।

रविवार को बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक की। इस मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली बीजेपी के चुनाव प्रभारी बैजयंत जय पांडा, राष्ट्रीय मंत्री दिल्ली भाजपा की सह प्रभारी डा अल्का गुर्जर, सह प्रभारी अतुल गर्ग, प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा व संगठन महामंत्री पवन राणा समेत कई दिग्गज मौजद रहे। इन वरिष्ठ नेताओं ने सभी 48 नवनिर्वाचित विधायकों के साथ छोटी बैठकें की। दिल्ली के लगभग सभी सांसदों ने भी अपने क्षेत्र के विधायकों के साथ हिस्सा लिया।

रामबीर बिधूड़ी ने बैठक के बाद कहा कि यह परिचय मीटिंग थी। चुनाव में बीजेपी द्वारा किये वादों को समय से कैसे पूरा किया जाएगा और क्षेत्र में विकास कार्यों पर चर्चा की गई। सरकार के गठन और सीएम के चेहरे पर फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है। वहीं उन्होंने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती, चुनाव आयोग की टीम और तमाम मीडिया के कैमरों के बीच चुनाव हुआ है। अगर किसी के पास कोई सबूत है तो सामने रखें और संबंधित एजेंसियों को शिकायत करें, कार्रवाई होगी।

नवनिर्वाचित विधायकों को दिए ये निर्देश
वरिष्ठ नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों को उचित संगठनात्मक व प्रशासनिक नियमों के अंतर्गत कार्य करने के दिशा-निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सभी विधायक अपनी कार्यशैली पूरी तरह पारदर्शी रखें। बैठकों में नेताओं ने विधायकों का ध्यान परसों शाम के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजय संदेश की ओर आकृष्ट किया। कहा कि हमें बिना समय खोये प्रधानमंत्री के मन की विकसित दिल्ली के निर्माण के लिए काम शुरू करना होगा।

आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की है। भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर कब्जा जमाया। जबकि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमट गई। वहीं कांग्रेस एक बार फिर खाता तक नहीं खोल सकी। इसी के साथ दिल्ली में आम आदमी पार्टी का शासन समाप्त हो गया है। राजधानी में 27 साल के बाद बीजेपी की धमाकेदार वापसी हो रही है।

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