बिहार की राजनीति में लगेगा भोजपुरी स्टार का तड़का, खेसारी लाल यादव और पवन सिंह की पत्नी हुई सक्रिय

पटना

अब बिहार की राजनीति में लगेगा भोजपुरी स्टार का तड़का। दिल्ली जीत के बाद पूर्वांचल के भोजपुरी स्टार का अगला टारगेट बिहार ही दिख रहा है। बिहार के रण में पहले से ही मनोज तिवारी, दिनेश लाल यादव निरहुआ और रवि किशन ने जिम्मेदारी संभाल ली है। अब इस रण में खेसारी लाल यादव और पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह के सक्रिय होने के बाद बिहार के चुनावी जमीन पर भोजपुरिया रंगत का प्रभाव दिखने लगा है।

खेसारी लाल यादव हुए मनोज तिवारी के करीब
इन दिनों खेसारी यादव का मनोज तिवारी के प्रति सम्मान और प्रेम की भाषा ने राजनीतिक जगत में हलचल मचा दिया है। भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और मशहूर गायक खेसारी लाल यादव ने मनोज तिवारी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाए जाने की इच्छा जता कर विपक्ष की चिंता बढ़ा दी है। खेसारी लाल यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने मनोज तिवारी को मुख्यमंत्री बनाने को बिहार और पूर्वांचल के सम्मान से जोड़ कर भाजपा के रणनीतिकारों को भी एक चुनावी टास्क दे डाला है। जाहिर है बिहार में भोजपुरी भाषी भले कुछ जिला में सीमित है पर भोजपुरी गाने और उसके स्टार की पहुंच में पूरा बिहार है।

भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी भी सक्रिय
बिहार की राजनीतिक धड़कन तो भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने भी बढ़ा दी है। चर्चा तो बहुत पहले से था कि पवन सिंह भले लोकसभा को टारगेट किए हुए थे, पर पत्नी ज्योति के लिए विधानसभा सीट पर नजर भी थी। इस बात पर रंग तब चढ़ा जब पवन सिंह की पत्नी पूर्व संसद आनंद मोहन से मिलने गई। माना यह जा रहा है कि ज्योति सिंह वाया आनंद मोहन जदयू की टिकट से चुनाव लड़ना चाहती है। साथ ही आनंद मोहन के प्रभाव के साथ राजपूत मतों की गोलबंदी की शुरुआत भी कर दी हैं।

जानकारी के अनुसार, ज्योति सिंह इन दिनों रोहतास के डेहरी और काराकाट इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रही हैं। इस वजह से यह चर्चा है कि ज्योति सिंह डेहरी या फिर काराकाट विधानसभा से चुनाव लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने यह तो साफ कर दिया है कि वह कहां से चुनाव लड़ेगी, यह वह उस पार्टी नेतृत्व पर छोड़ देगी कि उसे कहां से टिकट मिलता है।

काराकाट लोकसभा से भाग्य आजमाया थे पवन सिंह
2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। महागठबंधन समर्थित माले प्रत्याशी राजाराम सिंह की जीत हुई थी। वहीं एनडीए के प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा तीसरे नंबर पर रहे। पवन सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे। महागठबंधन के राजा राम कुशवाहा ने पवन सिंह को 1 लाख 5 हजार 858 वोटों से हराया था। पवन सिंह को 2 लाख 74 हजार 723 वोट मिले थे, जबकी एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को 2 लाख 53 हजार 876 वोट मिले थे।

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