शहरवासियों में बीमारियां बढ़ती जा रही, हर पांचवां व्यक्ति बीमार, बीपी-शुगर और फैटी लिवर जैसी गंभीर समस्याएं

इंदौर
स्वच्छ इंदौर को स्वस्थ इंदौर बनाने की ओर कदम बढ़ाने की बातें की जा रही है, लेकिन दूसरी ओर शहरवासियों में बीमारियां बढ़ती जा रही है। शहर में चल रहे निरोगी काया अभियान में चौकाने वाले आकड़े सामने आए हैं। 30 वर्ष और इससे अधिक आयु वर्ग के 20 प्रतिशत लोगों को उच्च रक्तचाप, मधुमेह है यानि इंदौर का हर पांचवा व्यक्ति इन बीमारियों से पीड़ित है। शहरवासी अपनी सेहत के प्रति जागरूक नहीं है। पौष्टिक आहार का सेवन और व्यायाम नहीं करते हैं।
 
नॉन-अल्कोहल फैटी लिवर के मरीज
यह आकड़े 20 फरवरी से शुरू हुए अभियान के अंतर्गत दो दिन में सामने आए है। यह अभियान 30 मार्च चलेगा। इसके अलावा नॉन-अल्कोहल फैटी लिवर के मरीज भी सामने आए हैं। इन मरीजों का निश्शुल्क इलाज स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाएगा। खासबात है कि जो भी मरीज सामने आए है, उन्हें पता ही नहीं था कि उन्हें कोई बीमारी है। बता दें कि यह अभियान देशभर में चलाया जा रहा है, इसके माध्यम से पता कर रहे हैं कि लोगों में कौनसी बीमारी अधिक है। साथ ही इससे आने वाले दिनों में बढ़ती बीमारियों के हिसाब से केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर बजट भी बढ़ाया जाएगा।
 
4629 में से 957 लोगों में निकली बीमारियां
आकड़ों के मुताबिक गुरूवार और शुक्रवार को 4629 लोगों की उच्च रक्तचाप, मधुमेह और नान-अल्कहोलिक की जांच हुई है। इनमें से 957 लोगों में बीमारियां मिली है। गुरूवार को 616 लोगों की जांच की गई, इसमें से 118 मरीज उच्च रक्तचाप, 82 मरीज मधुमेह और छह मरीज फैटी लिवर के मिले हैं। 84 मरीजों को उच्चरक्तचाप और मधुमेह दोनों है। वहीं शुक्रवार को 4013 लोगों की जांच की है, इनमें से 416 मरीज उच्चरक्तचाप, 330 मरीज मधुमेह और पांच मरीज फैटी लिवर के मिले हैं। 146 मरीजों को उच्चरक्तचाप और मधुमेह दोनों है। यह लोग जिला अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आए थे, यहीं इनकी जांच की गई।

मेडिकल कालेज और निजी अस्पताल में लगाएंगे शिविर
अभियान के अंतर्गत अब अधिक लोगों की जांच करने के लिए मेडिकल कालेज और निजी अस्पतालों में भी शिविर आयोजित किए जाएंगे। एमजीएम मेडिकल कालेज के एमवाय अस्पताल, इंडेक्स मेडिकल कालेज और अरबिंदों अस्पताल में भी सोमवार से शिविर आयोजित होंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी कर ली है। जांच में सामने आए उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित अधिकांश लोगों को पता नहीं था कि उन्हें कोई बीमारी है। इन मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है। मरीजों का डाटा एनसीडी(गैर संचारी रोग) पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। – डा. ओमेश नंदनवार, नोडल अधिकारी, एनसीडी

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