आधी रात के बाद 2.30 बजे खुलेंगे महाकाल मंदिर के पट, लगातार 44 घंटे चलेगा दर्शन का सिलसिला

उज्जैन
 महाशिवरात्रि पर्व के तहत विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के पट मंगलवार-बुधवार की दरिमयानी रात 2.30 बजे खोले जाएंगे। इसके बाद से भक्तों को लगातार 44 घंटे भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। इस दौरान गर्भगृह में भगवान के अभिषेक-पूजन का क्रम सतत जारी रहेगा। नौ मार्च को शयन आरती के बाद रात 11 बजे मंदिर के पट पुन: बंद होंगे।

 मंगलवार रात 2.30 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद भस्म आरती होगी। बुधवार सुबह 7.30 बजे बालभोग (दद्योदक) तथा सुबह 10.30 बजे भोग आरती होगी। दोपहर 12 बजे तहसील की ओर से शासकीय पूजन होगा। शाम चार बजे होलकर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजा की जाएगी। शाम 7.30 बजे संध्या आरती में भगवान को गर्म मीठे दूध का भोग लगाया जाएगा। शाम सात बजे से कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित भगवान श्री कोटेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्रि की महापूजा शुरू होगी।

पुजारी कोटेश्वर महादेव का अभिषेक-पूजन कर सप्त धान अर्पित करेंगे। उसके बाद पुष्प मुकुट सजाकर आरती की जाएगी। इसके बाद रात 11 बजे से गर्भगृह में महानिशा काल में महाकाल की महापूजा शुरू होगी, जो अगले दिन नौ मार्च को सुबह छह बजे तक चलेगी। इस दौरान भगवान महाकाल पंचामृत, फलों के रस, गुलाब जल, भांग आदि से अभिषेक-पूजन किया जाएगा।

भगवान को सप्तधान अर्पित उनके शीश सवामन फल व फूलों से बना पुष्प मुकुट सजाया जाएगा। सोने-चांदी के आभूषणों से भगवान का शृंगार होगा। भगवान पर चांदी का सिक्का व बिल्व पत्र न्योछावर किया जाएगा। भगवान को फलों का भोग लगाकर आरती की जाएगी। सेहरा दर्शन के उपरांत साल में एक बार दिन में दोपहर 12 बजे होने वाली भस्म आरती होगी। भस्म आरती के बाद भोग आरती होगी और शिवनवरात्र का पारणा होगा। रात 10.30 बजे शयन आरती के बाद रात 11 बजे मंदिर के पट बंद होंगे। इसके साथ ही महाशिवरात्रि पर्व संपन्न होगा।

44 घंटे में कब-कब आरती पूजा होगी

    मंगलवार-बुधवार की मध्य रात्रि 2.30 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद भस्म आरती होगी।
    बुधवार सुबह 7.30 से 8.15 बजे तक दद्योदक (बालभोग) आरती होगी।
    सुबह 10.30 से 11.15 बजे तक भोग आरती होगी।
    दोपहर 12 बजे तहसील की ओर से भगवान महाकाल की शासकीय पूजा होगी।
    शाम 4 बजे से होलकर व सिंधिया राजवंश की ओर से पूजा अर्चना की जाएगी।
    शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक कोटेश्वर महादेव का पूजन व सेहरा श्रृंगार होगा।
    रात 11 बजे से गर्भगृह में महाकाल की महापूजा होगी, जो सारी रात चलेगी।
    गुरुवार सुबह 6 बजे से 10 बजे तक सेहरा दर्शन होंगे।
    दोपहर 12 बजे साल में एक बार दिन में भस्म आरती होगी।
    दोपहर 2 बजे बालभोग व भोग आरती होगी।
    रात 11 बजे शयन आरती के बाद पट बंद होंगे।

ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर के पट 24 घंटे खुले रहेंगे

खंडवा। प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग तीर्थ ओंकारेश्वर में भी पर्व को लेकर तैयारी जारी है। महाशिवरात्रि पर एक लाख से अधिक भक्तों के आने का अनुमान है। मंदिर ट्रस्ट के व्यवस्थापक पं. आशीष दीक्षित के अनुसार आठ मार्च को तड़के तीन बजे मंदिर के पट भगवान के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। इसके बाद लगातार 24 घंटे भक्त दर्शन कर सकेंगे।

रोशनी से जगमगाया पशुपतिनाथ मंदिर, सुबह चार बजे से होंगे दर्शन

मंदसौर। महाशिवरात्रि पर्व के तहत मंदिर आकर्षक रोशनी से जगमगमा रहा है। पर्व पर भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर के पट सुबह चार बजे से ही खुल जाएंगे और दर्शन प्रारंभ हो जाएंगे। जो अगले 33 घंटे तक खुले ही रहेंगे। इस दौरान भक्त लगातार दर्शन कर सकेंगे। सीसीटीवी कैमरों से भी पूरी व्यवस्था और सुरक्षा पर नजर रखी जएगी। दिनभर में 50 हजार से अधिक भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचने का अनुमान है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *