हैदराबाद
पुष्पा मूवी के स्टार अल्लू अर्जुन के खिलाफ पिछले दिनों आंध्र प्रदेश सरकार ने केस दर्ज किया था। पुष्पा फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मचने के बाद यह मामला दर्ज हुआ था। अब कांग्रेस की रेवंत रेड्डी सरकार और साउथ सिनेमा के स्टार्स फिर से आमने-सामने हैं। इस बार कुल 25 सितारों के खिलाफ ऑनलाइन बेटिंग ऐप का प्रचार करने के मामले में केस दर्ज हुआ है। इन सितारों में राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा और मंचु लक्ष्मी शामिल हैं। यह केस कारोबारी फणीन्द्र शर्मा की शिकायत के बाद दर्ज किया गया है। पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें निधि अग्रवाल, परणीता, अनन्या नागल्ला, हनुमंत, श्रीमुखि, सनी यादव, हर्षा साई और विष्णु प्रिया आदि शामिल हैं।
एफआईआर में कहा गया है कि ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले ऐप का प्रमोशन सोशल मीडिया ऐड के माध्यम से किया गया है। इसके लिए सिलेब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर्स की मदद ली गई है। एफआईआर में लिखा गया है, 'करोड़ों रुपये का खेल इन अवैध प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से हुआ है। इसके कई परिवार आर्थिक संकट में फंस गए हैं। इनमें लोअर मिडल क्लास के लोग शामिल हैं।' शिकायतकर्ता का कहना है कि इस सट्टाबाजी वाले ऐप का बड़े पैमाने पर लोगों ने इस्तेमाल किया है और अपनी मेहनत से की गई कमाई को गंवा दिया। शर्मा का कहना है कि वह भी सट्टा खेलने के आदि हो गए थखे, लेकिन परिवार की ओर से चेतावनी देने के बाद पीछे हटे।
'सिलेब्रिटीज ने मोटा पैकेज लेकर सट्टा ऐप का प्रचार किया'
शिकायतकर्ता ने कहा कि ऐसे ऐप का प्रचार सिलेब्रिटी मोटी पेमेंट लेकर कर रही हैं। इससे लोग प्रभावित होते हैं और वे सट्टा की लत में फंस जाते हैं। खासतौर पर ऐसे लोग इन मुसीबतों में फंसते हैं, जिन्हें पैसों की जरूरत होती है। लेकिन इन ऐप्स के जरिए सट्टा खेलने के चक्कर में उनके पास पहले से जमा रकम भी डूब गई। एफआईआर में कहा गया है कि इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए लोगों को सट्टा खेलने के लिए प्रेरित किया गया। ये लोग धीरे-धीरे आदि हो जाते हैं और अकसर अपना पैसा डुबाते रहते हैं। इस मामले में पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में और आईटी ऐक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है। इस मामले से तेलुगु सिनेमा में एक बार फिर से हलचल मच सकती है। अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी भी मुद्दा बनी थी और देश भर में उसकी चर्चा हुई थी।
अल्लू अर्जुन के खिलाफ केस में घिरे थे रेवंत रेड्डी
कांग्रेस के विपक्षियों का कहना था कि सरकार सिने हस्तियों को प्रताड़ित कर रही है। इससे राज्य में सिनेमा इंडस्ट्री पर बुरा असर होगा। यही नहीं दबाव में आकर सीएम रेवंत रेड्डी को फिल्मी सितारों और मूवी मेकर्स से मिलना पड़ा था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार फिल्म इंडस्ट्री के साथ खड़ी है। लेकिन हम कानून-व्यवस्था के मामले में किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे।