मुज्जफरपुर
मुजफ्फरपुर में बिहार दिवस बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। बिहार दिवस, जिसे बिहार की स्थापना दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है। इस अवसर पर आज सुबह अमर शहीद खुदीराम बोस स्टेडियम से स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली, जिसे डीडीसी श्रेष्ठ अनुपम, एसडीएम पूर्वी अमित कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कुमार, और सिविल सूचना जन संपर्क विभाग अधिकारी प्रमोद कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रभात फेरी में जिले के विभिन्न स्कूलों के 800 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। हाथों में बिहार दिवस के बैनर और पोस्टर लिए बच्चों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ शहर का भ्रमण किया। फेरी का मार्ग डीएम मोर, इमली चट्टी, स्टेशन रोड, सदर अस्पताल रोड होते हुए जिला समाहरणालय परिसर तक रहा। समाहरणालय में भारत माता नमन स्थल पर पहुंचकर अधिकारियों और बच्चों ने भारत माता को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद गुब्बारे उड़ाकर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई।
बिहार दिवस का ऐतिहासिक महत्व
बिहार दिवस 1912 में बिहार को बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग कर एक स्वतंत्र प्रांत के रूप में स्थापित किए जाने की स्मृति में मनाया जाता है। बिहार का गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और परंपराएं इसे भारत के प्रमुख राज्यों में से एक बनाती हैं।
उत्सव की झलकियां
इस अवसर पर डीडीसी श्रेष्ठ अनुपम ने कहा, "आज पूरे बिहार के लिए गर्व का दिन है। बिहार अपनी विरासत, परंपरा और संस्कृति के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। बंगाल प्रांत से अलग होकर बिहार ने एक स्वतंत्र पहचान बनाई और निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने आगे बताया कि प्रभात फेरी के बाद बच्चों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला 24 मार्च तक आयोजित की जाएगी। डीडीसी ने सभी जिला वासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि इस उत्सव को पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाना चाहिए।