जयपुर
राजस्थान में झुलसाने वाली गर्मी के बीच उत्तरी हवाओं के चलने से राहत का सिलसिला भी शुरू हो गया है। प्रदेश का अधिकतम पारा जहां 42 डिग्री तक पहुंच गया था। वहीं अब इसमें तेज गिरावट देखने को मिल सकती है। प्रदेश में बीते 24 घंटों में अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा। तापमान में यह बढ़ोतरी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से थी। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि अब मार्च अंत तक इसमें राहत रहेगी।
तापमान में बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर पश्चिमी राजस्थान में देखने को मिला। गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, बाड़मेर और जैसलमेर में पारा तेजी से चढ़ा। वहीं पूर्वी राजस्थान में भी भीषण गर्मी का प्रभाव कम नहीं है। बुधवार को धौलपुर देश का सबसे गर्म इलाका रहा। गुरुवार को मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान में लू चलने का अलर्ट जारी भी किया था।
लेकिन अब अगले 2-3 दिन उत्तरी हवाओं के प्रभाव से तापमान में गिरावट होने से गर्मी से खासी राहत मिलेगी। आगामी 48 घंटो में उत्तर हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री गिरावट होने की प्रबल संभावना है। वहीं 28 मार्च से 3 अप्रैल तक पहले सप्ताह के दौरान वर्षा का भी पूर्वानुमान है। इससे राजस्थान के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट हो सकती है। अप्रैल के दूसरे सप्ताह यानी 4 से 10 अप्रैल भी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
प्रदेश के अन्य शहरों में तापमान की स्थिति इस प्रकार रही। प्रदेश के अधिकांश शहरों में हवा में आर्द्रता की मात्रा 10 से 40 प्रतिशत के बीच रही। अजमेर में अधिकतम तापमान 32.5 व न्यूनतम 15.8 डिग्री रहा। भीलवाड़ा में 33 व न्यूनतम 13.3 डिग्री रहा। जयपुर में अधिकतम 32 व न्यूतनम 16.9 डिग्री रहा। पिलानी में अधिकतम 31.1 व न्यूनतम 13.5 डिग्री रहा। सीकर में अधिकतम 29.5 व न्यूनतम 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोटा में अधिकतम 32.9 व न्यूनतम 15.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं चित्तौड़गढ़ में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री व न्यूनतम 14.8 डिग्री दर्ज किया गया।