रायपुर। Online Product : चीनी उत्पादों के बहिष्कार के लिए चलाए जा रहे अभियान में व्यापारिक संगठन कैट को एक और सफलता मिली है। नए नियमों के तहत अब ई-कॉमर्स कंपनियों को भी अपने उत्पादों के साथ देश का नाम लिखना होगा। चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए नईदुनिया द्वारा चलाई गई मुहिम के साथ कैट और उससे जुड़े व्यापारिक संगठन जुड़े हैं।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि संगठन काफी समय से केंद्र सरकार से यह मांग कर रहा था कि ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए भी अनिवार्य किया जाए कि वह उत्पाद के साथ देश का नाम लिखें। इस मांग को मानते हुए केंद्र सरकार ने ई-कॉमर्स से संबंधित उपभोक्ता नियमों में बदलाव किया है।
बताया गया है कि कंपनियां अब डिस्काउंट के नाम पर उपभोक्ताओं को ठग नहीं सकतीं। ई-कॉमर्स कंपनियों को रिटर्न, रिफंड, एक्सचेंज, वारंटी, गारंटी, डिलीवरी और शिपमेंट की जानकारी देनी होगी। पारवानी ने कहा कि इन नियमों से निश्चित रूप से चीनी उत्पादों का बहिष्कार अभियान पूरी तरह से सफल होगा।
उन्होंने कहा कि इस साल त्योहारों में भी चीनी उत्पाद नहीं बिकेंगे, बाजार में केवल भारतीय उत्पाद मिलेंगे। कैट के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव ने बताया कि चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना आवश्यक है। इसके लिए देश भर में अभियान चलाया जा रहा है।
छूट दी तो पूरा उल्लेख करना होगा
नए नियमों के अनुसार अगर किसी सामान पर छूट दी जा रही है तो कंपनियों को यह बताना होगा कि उसकी वास्तविक कीमत कितनी है और उपभोक्ता को कितनी छूट दी जा रही है। उस उत्पाद के एक्सपायरी तारीख की जानकारी भी देनी होगी।
नियमों के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
नियमों का उल्लंघन किया तो उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत कंपनियों पर दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। इसलिए कंपनियों को इन नियमों का ध्यान रखना ही होगा।