छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में रविवार सुबह एक युवक ने अपने तीन बच्चों की नदी में फेंक दिया। इसके बाद खुद भी नदी में कूद पड़ा। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी में हुए झगड़े के बाद युवक ने यह कदम उठाया है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है। गोताखोरों की मदद से सभी का पता लगाया जा रहा है। घटना धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र की है। करीब 8 घंटे बीतने के बाद भी किसी का पता नहीं चल सका है।
जानकारी के मुताबिक, छाल के जोबी निवासी कार्तिकेश्वर राठिया (38) एसईसीएल खदान में पदस्थ था। वह परिवार के साथ किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मदनपुर के एडू गांव आया था। बताया जा रहा है कि पत्नी से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इसके बाद रविवार सुबह बाइक पर अपने चारों बच्चों को लेकर गुस्से में निकला तो पत्नी भी पीछे भागी।
सुबह 5 बजे मांड नदी पुल पर हुई घटना
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, घटना सुबह करीब 5 बजे की है। युवक ने मांड नदी पुल पर पहुंचकर अपने बच्चों खीर सागर (5), नर्मदा (3) और तेज प्रकाश (7) को नदी में फेंक दिया। इस दौरान उसका 4 साल का बेटा हाथ से छूटने से बच गया। इसके बाद आरोपी कार्तिकेश्वर ने खुद भी नदी में छलांग लगा दी। हालांकि पुलिस अभी घटना को लेकर बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रही है।
पहली पत्नी की मौत के बाद की थी रिश्तेदार से शादी
बताया जा रहा है कि युवक नशे का आदी था। वह मानसिक रूप से परेशान भी रहता था। युवक की यह दूसरी शादी थी। उसकी पहली पत्नी ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। इसके बाद उसने अपनी एक रिश्तेदार से शादी कर ली। वह भी पति की नशे की आदत के चलते परेशान रहती थी। इसको लेकर दोनों में अक्सर झगड़ा भी होता था। हालांकि पुलिस की ओर से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
जमीन के एवज में मिली थी नियुक्ति
जानकारी के अनुसार, कार्तिकेश्वर एसईसीएल के छाल स्थित अंडरग्राउंड माइंस मे पदस्थ था। मूल रूप से वह ग्राम पंचायत लात का रहने वाला था। एसईसीएल ने उसकी जमीन का वहां अधिग्रहण किया था। इसके एवज में उसे नौकरी दी गई थी। फिलहाल 8 घंटे बीतने के बाद भी किसी का शव अभी नहीं मिल सका है।