मानसून सत्र में संसद में प्रवेश करने से पहले सांसदों, उनके परिजनों और निकट संपर्कों को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी होगा। कोरोना महामारी को देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी विस्तृत दिशानिर्देश के तहत निकट संपर्कों में निजी सहायक, निजी सचिव, चालक और घरेलू नौकर शामिल हैं।
इसके मुताबिक सांसदों को सत्र शुरू होने से 72 घंटे पहले कोरोना जांच करानी होगी। जांच या तो उनके निर्वाचन क्षेत्र या संसद परिसर में करवानी होगी। यदि कोई सांसद संक्रमित मिला तो उन्हें डॉक्टर की सलाह पर संस्थागत एकांतवास या अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा।
सुरक्षा कारणों से सांसदों के परिजन और स्टाफ के सदस्य संसद परिसर में जांच करवा सकते हैं। यदि परिजन या निकट संपर्क संक्रमित मिला तो सांसद को उनके संपर्क में आने के कारण 14 दिन क्वारंटीन होना पड़ेगा। नौ पन्नों की गाइडलाइन में सांसदों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने और हाथ साफ करने की हिदायत दी गई है। मानसून सत्र 14 सितंबर से 1 अक्तूबर तक चलेगा।