अम्बिकापुर : गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ : डिजिटल साक्षर होकर महिलाएं जुड रही रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों से

जिला जनसम्पर्क कार्यालय अम्बिकापुर

 

समाचार

 

लिपिकी संवर्ग एवं चतुर्थ श्रेणी वर्ग के कर्मचारियों की अंतिम पदक्रम सूची जारी

 

अम्बिकापुर 07 सितम्बर 2020/ अपर कलेक्टर सुश्री संतनदेवी जांगडे के द्वारा जिला प्रशासन, राजस्व स्थापना अंतर्गत कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदक्रम सूची 1 अप्रैल 2020 की स्थिति में जारी कर दी गई है। जारी सूची के अनुसार अधीक्षक जिला कार्यालय के स्वीकृत पद 1 रिक्त पद शून्य, सहायक अधीक्षक जिला कार्यालय के स्वीकृत पद 3 रिक्त पद 2, स्टेनोग्राफर वर्ग-1 के स्वीकृत पद 1 रिक्त पद 01, स्टेनोग्राफर वर्ग-1 स्वीकृत पद 1 रिक्त पद 1, स्टेनोग्राफर वर्ग-2 स्वीकृत पद 1 रिक्त पद 1, स्टेनोग्राफर वर्ग-3 के स्वीकृत पद 2 रिक्त पद शून्य। इसी प्रकार सहायक ग्रेड-2 स्वीकृत पद 64 रिक्त पद 12, सहायक ग्रेड-3 स्वीकृत पद 101 रिक्त पद 09, स्टेनो टायपिस्ट स्वीकृत पद 16 रिक्त पद 6, वाहन चालक स्वीकृत पद 16 रिक्त पद 3, भृत्य स्वीकृत पद 64 रिक्त पद 4 हैं।

समाचार क्रमांक 1265/2020 — ### —

 

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अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस

सरगुजा के विभिन्न वर्गों के लोगों ने डिजिटल साक्षरता की ओर बढ़ाया कदम

 

अम्बिकापुर 07 सितम्बर 2020/ कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सरगुजा श्री कुलदीप शर्मा के नेतृत्व में “गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़” मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत् ई-साक्षरता केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। “गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़” मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत् सरगुजा जिले में 02 ई साक्षरता केन्द्र लाईवलीहुड कॉलेज व जेएसएस गांधीनगर अम्बिकापुर संचालित किया जा रहा है। इन ई-साक्षरता केन्द्रों में जिले के प्रौढ शिक्षार्थी़, युवा, कृषक, गृहणी एवं मध्यम वर्गीय लोगों ने साक्षर होकर डिजिटल साक्षरता की ओर कदम बढ़ाया है। साक्षरता सरगुजा अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होते हुए सुपोषित, शिक्षित एवं समृद्ध सरगुजा की दिशा में कार्य कर रहा है। आधुनिक युग में जब डिजिटल क्रांति दुनिया के लिए चुनौती है। छत्तीसगढ़ राज्य की अभिनव पहल गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ के तहत् सरगुजा जिले में दो डिजिटल साक्षरता केन्द्रों के माध्यम से नगर पालिक निगम क्षेत्र से डिजिटल साक्षरता प्रदान किया जा रहा है।

जिला परियोजना अधिकारी श्री गिरीश गुप्ता ने बताया कि राज्य साक्षरता मिशन के तहत् पूर्व में संचालित साक्षर भारत कार्यक्रम में जिला सरगुजा को 2,68,523 शिक्षार्थियों को साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया था। राष्ट्रव्यापी परीक्षा महाअभियान के 16 चरणों में आयोजित परीक्षा में 198928 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। वर्तमान में जिला सरगुजा की साक्षरता दर जनगणना 2011 के अनुसार 60.86 प्रतिशत है जिसमें पुरूष साक्षरता दर 69.65 प्रतिषत तथा महिला साक्षरता दर 51.91 प्रतिषत है। “गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ” अन्तर्गत संचालित मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत् महिलाओं को डिजिटल रूप में आत्मनिर्भर बनने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। यह एक विशेष कार्यक्रम है जिसमें कम्प्यूटर की बुनियादी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, श्रेष्ठ पालकत्व, जीवन मूल्य, आत्मरक्षा इत्यादि का ज्ञान कराया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत् जिला सरगुजा में 600 शिक्षार्थियों को डिजिटल साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें 564 शिक्षार्थी ऑनलाईन बाह्य मूल्यांकन देकर सफल हुए हैं। वर्तमान में इस कार्यक्रम के तहत् ई-साक्षरता केन्द्र गांधीनगर में 18 शिक्षार्थी शेष रह गये हैं। ई-साक्षरता केन्द्र जेएसएस गांधीनगर अम्बिकापुर में माह मार्च में 18, 18 शिक्षार्थियों का 02 बैच संचालित थे लेकिन कोरोना महामारी के कारण 14 मार्च 2020 से राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के निर्देशानुसार कक्षायें स्थगित हैं जिन्हें आगामी कक्षा में डिजिटल साक्षरता प्रदान किया जावेगा।

समाचार क्रमांक 1266/2020 — ### —

 

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अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर वेबीनार का आयोजन

 

अम्बिकापुर 07 सितम्बर 2020/ प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाएगा। इस वर्ष 54वें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस को कोविड-19 के महामारी के कारण वर्चुअल तथा फिजिकल उपस्थिति में मिले-जुले तरीके से मनाया जाएगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय तथा जिला स्तरीय वेबीनार का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय का समारोह केन्द्रीय शिक्षा मंत्री के मुख्य आतिथ्य में अपरान्ह 12ः30 बजे से कमरा नम्बर सी 112 शास्त्री भवन नई दिल्ली के सभागार में मनाया जाएगा जिसका जीवंत प्रसारण वीडियो कांफ्रेंसिंग, वेब कास्टिंग तथा यू ट्यूब स्ट्रीमिंग से किया जाएगा। राज्य स्तरीय वेबीनार में मुख्य अतिथि प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री होंगे। यह वेबीनार व य ट्यूब में प्रातः 11 से 12 बजे तक देखा जा सकेगा। जिला स्तरीय वेबीनार में मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष, सह सभापति शिक्षा स्थायी समिति, जिला पंचायत सरगुजा होंगे। यह वेबीनार दोपहर 1ः30 बजे से 2 बजे तक आयोजित किया जाएगा। जिला लोक शिक्षा समिति के जिला परियाजना अधिकारी श्री गिरीश गुप्ता ने बताया जिला स्तरीय कार्यक्रम में विकासखण्ड परियोजना अधिकारी एवं विकासखण्ड लोक शिक्षा समिति के समस्त स्टाफ, ई-एजुकेटर, चयनित ई- शिक्षार्थी को कार्यक्रम में ऑनलाईन सम्मिलित होने कहा है।

समाचार क्रमांक 1267/2020 — ### —

 

अम्बिकापुर 07 सितंबर 2020

शिक्षा के महत्व को समझकर आज हर वर्ग का व्यक्ति शिक्षित होकर जीवन में आगे बढ़ने का उद्यम कर रहा है। सरगुजा जिले में सफाई का मेरूदण्ड कहे जाने वाले स्वच्छता दीदियों ने मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम योजना से जुड़कर स्वावलंबन की मिसाल पेश की है। ई-साक्षरता केंद्र गांधीनगर जन शिक्षण संस्थान अंबिकापुर सेंटर से जुड़कर महिलाएं नित्य नई सफलता की कहानी लिख रही हैं। घरेलू काम में व्यस्त रहने वाली महिलाएं अपने घरों के चार दीवारी से निकलकर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अंबिकापुर शहर में डोर टू डोर जाकर कचरे को कलेक्ट करती हैं और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सेंटर का संचालन कर रही हैं। शुरुआती समय में ये गरीब महिलाएं समूह बनाकर कंप्यूटर से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारियों को सीखने हेतु सेंटर में आई। संस्था में महिलाओं को डिजिटल साक्षरता, व्यक्तित्व विकास, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, कौशल विकास, जीवन मूल्य, नागरिक कर्तव्य जैसे विषयों को आत्मसात् कराया गया। इसके साथ-साथ महिलाओं को रोजमर्रा के जीवन से जुड़ी हुई मोबाइल से बिजली का बिल पेमेंट करना, ऑनलाइन शॉपिंग करना आदि डिजिटल साक्षरता में पारंगत किया गया। अब ये महिलाएं ऑनलाइन कपड़े से लेकर, अगरबत्ती और साबुन जैसी दैनिक उपयोग की चीजों का उपयोग कर रही हैं।

श्रीमती इंदर कुमार आयाम के परिवार में कोई भी पढ़ा-लिखा नहीं था। घर की स्थिति काफी ज्यादा नाजुक थी। माता-पिता और बहनों की परवरिश ठीक ढंग से करने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत उसने डोर-टू-डोर कचरा कलेक्ट करने का काम शुरू किया। स्वच्छ भारत मिशन में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्ट करती है तथा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सेंटर का संचालन कर रही हैं। घर और परिवार के बाद अपने लिए उसने समय निकाला और 2 घंटे मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अर्थात ई-साक्षरता केंद्र में कंप्यूटर प्रशिक्षण शुरू किया। यहां उसने डिजिटल साक्षरता, आत्मरक्षा, वित्तीय साक्षरता, कौशल विकास और नागरिक कर्तव्य जैसे बहुमूल्य विषयों को समझा। साथ-साथ कंप्यूटर में माउस का प्रयोग एवं ड्राइंग करना, रंग भरना, हिंदी टाइपिंग करना, फोटोशॉप का प्रयोग, दस्तावेजों के लिए फाइल और फोल्डर बनाना एवं ऑनलाइन बुकिंग करना सीखा। आज वह अपने रोजमर्रा के कार्य जैसे ऑनलाइन शॉपिंग करना हो या फिर ऑनलाईन बिजली बिल भुगतान करना हो ऐसे सारे काम वे सफलतापूर्वक कर पा रही हैं। इस प्रकार श्रीमती निकिता रानी किंडो की घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। पति की कमाई से घर का खर्चा चलता था जिसमें बच्चों की पढ़ाई, घर का खर्च आदि सम्पूर्ण चींजे पूरी नहीं हो पाती थीं। घर के बिगड़ते हालात को संभालने हेतु स्वच्छता मिशन के अंतर्गत डोर टू डोर कचरा उठाने का कार्य कर रही हैं, परंतु पढ़ने की इच्छा ने एक जुनून ऐसा भरा जिससे कि वह पढ़ाई के साथ-साथ ही 2 घंटे का समय निकाल कर मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अन्तर्गत संचालित ई-साक्षरता केन्द्र जेएसएस गांधीनगर अम्बिकापुर में डिजिटल साक्षरता, व्यक्तित्व विकास, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, कौशल विकास, जीवन मूल्य, नागरिक कर्तव्य जैसे बहुमूल्य विषयों का ज्ञान अर्जित किया। कुछ दिन सीखने के उपरांत उसने अपनी छोटी बहन को भी इस संस्था में सीखने हेतु प्रेरित किया। शुरू-शुरू में यहां कंप्यूटर माउस पकड़ने से एवं कीबोर्ड का प्रयोग करने से भी इन्हें डर लगता था, परंतु आज की स्थिति यह है कि यह ऑनलाइन शॉपिंग के साथ-साथ बहुत सारे कंप्यूटर से जुड़े कार्य को भी आसानी से कर पा रही हैं।

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