सब्जी और किराना दुकानें भी बंद….लॉकडाउन में पहली बार पेट्रोल नहीं मिलेगा

रायपुर. कोरोना के हॉट स्पॉट बने रायपुर जिले में लॉकडाउन का ऐलान हो गया है। पहली बार इतनी सख्ती के साथ लॉकडाउन किया जा रहा है। इतनी सख्ती कि दुकानें और किराना दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। यहां तक पेट्रोल पंपों पर केवल शासकीय वाहनों को ही पेट्रोल दिया जाएगा। आम लोगों को पेट्रोल नहीं मिलेगा। रायपुर जिले की सीमाएं सील कर दी जाएंगी और सभी केंद्रीय, शासकीय, अशासकीय, अर्द्धशासकीय और निजी संस्थाओं को बंद रखने का फैसला लिया गया है। लॉकडाउन 21 सितंबर रात नौ बजे से 28 सितंबर तक लागू रहेगा। कलेक्टर डा. एस भारतीदासन ने बताया कि तमाम प्रयासों के बावजूद रायपुर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बेतहाशा बढ़ी है। शासन अपने स्तर पर ट्रेसिंग, टेस्टिंग और जागरुकता का कार्य कर रहा है। इसके बावजूद संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा ही हो रहा है। ऐसे में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए पूरी तरह लॉकडाउन जरूरी हो गया था। इसलिए धारा 144 के तहत जारी आदेश के अनुसार रायपुर जिले की सीमाएं सील की जाएंगी। लोगों को दूसरों जिलों में जाने के लिए या आने के लिए ई-पास जरूरी होगा। केवल मेडिकल दुकानों को पूर्व की तरह खोला जाएगा। हालांकि मेडिकल संचालकों को यह हिदायत दी गई है कि वे होम डिलीवरी को प्राथमिकता दें।

पहली बार पेट्रोल नहीं मिलेगा सब्जी दुकानें बंद किराना भी बंद पेट्रोल पंप केवल शासकीय कार्य के लिए लॉकडाउन पहले भी हुआ है लेकिन पेट्रोल पंपों को बंद नहीं किया गया। एक निर्धारित समय में पेट्रोल पंप सेवाएं देते रहे हैं। लेकिन इस बार आम लोगों को पेट्रोल नहीं मिलेगा। 28 सितंबर तक पेट्रोल केवल सरकारी गाड़ियों, मेडिकल इमरजेंसी में उपयोग किए गए वाहन, एंबुलेंस, एलपीजी वाहनों को ही पेट्रोल दिया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लोग बेवजह घर से बाहर न निकलें। दूध सुबह छह से आठ, शाम पांच से साढ़े छह दूध वितरण केवल सुबह दो घंटे और शाम डेढ़ घंटे तक ही वितरित किया जा सकेगा। सुबह छह से आठ बजे तक और शाम पांच से साढ़े छह बजे तक दूध विक्रय होगा। दूध की कोई दुकान या पार्लर नहीं खोला जाएगा। कोरोना नियंत्रण के लिए निर्धारित नियमों का पालन करते हुए विक्रय की अनुमति होगी।

जनता ने नहीं निभाई जिम्मेदारी इस लॉकडाउन के लिए केवल प्रशासन जिम्मेदार नहीं है। जनता ने कोरोना नियंत्रण के लिए ठीक से सहभागिता नहीं की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। जगह-जगह लोग जमा होते रहे। लोग बिना मास्क के घूमते रहे हैं। चाय-नाश्ते की जगहों पर हुजूम दिखा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। संक्रमित होने के बाद भी न टेस्ट कराया, न सूचना दी। पेट शॉप और एलपीजी को राहत पेट शॉप में बंद पशु-पक्षियों को चारा देने के लिए सुबह छह से आठ बजे तक और शाम पांच से साढ़े छह तक शॉप खोलने की अनुमति दी जाएगी। एलपीजी सिलेंडर की सप्लाई होम डिलीवरी से होगी। आर्डर केवल ऑनलाइन ही लिए जाएंगे।

समझिए लॉकडाउन क्यों है खराब

बेरोजगारी बढ़ जाती है रोज खाने-कमाने वालों को भारी समस्या दूसरे प्रदेशों से सप्लाई चेन टूट जाती है व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है जिंदगी पटरी पर नहीं रहती, आर्थिक नुकसान यह सवाल अनुत्तरित वैक्सीन और दवाएं रायपुर से ही दूसरे जिलों में सप्लाई होती हैं। जिला सील होने पर वह सप्लाई कैसे होगी? मीडिया कर्मी अपना दायित्य फील्ड में जाकर ही निभा पाते हैं। उन्हें पेट्राेल नहीं मिलेगा तो लोगों को हकीकत कैसे मिल सकेगी? जिन उद्योगों में उत्पादन जारी रहेगा, वहां से सामान सप्लाई कैसे की जाएगी? उसके लिए कौन सी व्यवस्था है? आम आदमी को बेहद जरूरी होने पर पेट्रोल देने का आदेश है। वह कैसे तय होगा? पेट्रोल पंप संचालक कैसे तय करेंगे कि जरूरी है या नहीं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *