नई दिल्ली:आईएएनएस सी-वोटर बिहार ओपीनियन पोल सर्वेक्षण से पता चलता है कि बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य के लोग नितीश कुमार से भले ही कुछ खास प्रभावित नहीं हैं, लेकिन एक प्रधानमंत्री के तौर पर उन्हेंनरेन्द्र मोदी काफी पसंद हैं. लोगों से जब पीएम मोदी के प्रदर्शन को लेकर सवाल किए गए, तो 48.8 फीसदी लोगों ने उन्हें ‘अच्छे’ श्रेणी में रखा, जबकि 21.9 फीसदी ने उन्हें ‘औसत’ बताया. बाकी बचे 29.2 प्रतिशत लोगों ने उनके प्रदर्शन को ‘खराब’ माना. अब जब यही सवाल नीतीश कुमार के बारे में पूछा गया, तो केवल 27.6 फीसदी लोगों ने ही माना कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर ‘अच्छे’ हैं, जबकि 45.3 फीसदी उत्तरदाताओं ने उनके प्रदर्शन को ‘खराब’ बताया. इस लिहाज से देखें तो रास्ट्रीय जनतांत्रिक गद्बंधन बिहार में सत्ता में वापसी कर सकती है.
एनडीए को बहुमत के आसार
आईएएनएस सी-वोटर के सर्वेक्षण के हिसाब से बात करें, बीजेपी को बहुमत मिलने के आसार हैं और वह इस स्थिती में हो सकती है कि नेगोशिएट कर सके. सर्वे के अनुसार एनडीए बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 151 पर कब्जा जमा सकती है. वहीं यूपीए को 74 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है. अन्य को 18 सीट मिलेंगी. एनडीए ने 2015 में 58 सीट हासिल की थीं, जिसमें इसबार जबरदस्त बढ़ोतरी होगी. जनता दल यूनाइटेड ने बाद में महागठबंधन से नाता तोड़ लिया था और बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.
इस तरह मिलेंगी सीटें और वोट
सभी क्षेत्रों के हिसाब से, एनडीए को उत्तर बिहार में 49 सीट, मगध-भोजपुर में 41 सीट मिलने की संभावना है. सभी क्षेत्रों में, यूपीए 2015 की तुलना में सीट खोने वाली है. वोट शेयर की बात करें तो, एनडीए को 2015 के 34.1 प्रतिशत वोट के मुकाबले इसबार 44.8 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जबकि यूपीए को 2015 में 41.9 प्रतिशत वोट मिले थे और इस बार उसे 33.4 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है. सीटों की बात करें तो, सर्वे में एनडीए को 141 से 161 के बीच सीट मिल सकती हैं. यूपीए को 64 से 84 के बीच सीट मिल सकती हैं. वहीं अन्य को 13 से 23 सीट मिलने का अनुमान है.
28 अक्टूबर को पड़ेगे पहले चरण के वोट
बिहार में विधानसभा के 243 सीटों के लिए चुनाव इस साल 28 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच 3 चरणों में होंगे. चुनाव आयोग ने दिल्ली में शुक्रवार को घोषणा की कि 10 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी. यह निष्कर्ष और इस पर आधारित अनुमान बीते सात दिनों के दौरान राज्य में पूर्णवयस्कों, खासकर मतदाताओं के बीच किए गए आईएएनएस सी-वोटर के दैनिक ट्रैकिंग पोल पर आधारित है. सर्वेक्षण में बीते सात दिनों के दौरान नमूने लिए गए हैं. इसमें राज्य के सभी जगहों के लोगों से राय ली गई है.