रायपुर : खाद्य और संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न श्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित स्मरणांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए। मंत्री श्री भगत ने इस मौके पएर कहा कि नक्सलवाद और आतंकवाद जैसी चुनौतीपूर्ण समस्या को समूल दूर करना ही श्री राजीव गांधी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्री भगत ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों और नागरिकों को सद्भावना की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि श्री राजीव गांधी ने 21वीं सदी के भारत का सपना देखा था। उन्होंने टेलीफोन से बात करने के लिए ट्रंककाल बुक कराने और एसटीडी पीसीओ के समय को याद करते हुए कहा कि देश में सूचना प्रौद्योगिकी श्री राजीव गांधी की ही देन है। श्री राजीव गांधी ने सूचना प्रौद्योगिकी को विस्तार के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए और इसकी शुरूआत की। आज भारत संचारक्रांति के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन चुका है। श्री भगत ने कहा कि श्री राजीव गांधी का स्वभाव बहुत ही सहज और मिलनसार था और वे बेहिचक किसी से भी कहीं भी मिल लेते थे। उनका छत्तीसगढ़ से बहुत लगाव था। श्री राजीव गांधी का वनांचल के निवासियों और उनके संस्कृति से गहरा संबंध था। वे छत्तीसगढ़ आए थे और आदिवासियों के संस्कृति को करीब से देखा और उनके कार्यक्रमों में भी शामिल हुए थे। पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि देश में संचारक्रांति का श्रेय श्री राजीव गांधी को जाता है।
स्मरणांजलि कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार श्री रमेश नैय्यर ने कहा कि श्री राजीव गांधी विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे, परन्तु वे फौलादी निर्णय लेने में कभी हिचकते नहीं थे। उनमें राजनैतिक सूझ-बुझ थी और संयम से काम लेते थे। भारत को आर्थिक शक्ति बनाने का श्रेय राजीव गांधी को जाता है। पूर्व अपर मुख्य सचिव श्रीमती इंदिरा मिश्रा ने कहा कि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में पौने दो साल कार्य करने का अवसर मिला। श्री राजीव गांधी संवेदनशील, शालीन स्वभाव के व्यक्ति थे। श्री राजीव गांधी ने संचारक्रांति का बीज बोया। उन्होंने देश में नवोदय विद्यालयों की शुरूआत की। पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एस.के. पाण्डेय, संस्कृति विभाग के संचालक श्री अनिल कुमार साहू ने भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में पद्मश्री भारती बंधु, पद्मश्री अरूण शर्मा, श्री दिलीप षडंगी, पूर्व मुख्य सचिव श्री एस.के. मिश्रा, पूर्व मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुशील त्रिवेदी सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।