नाबालिग थी तो प्रेमी संग घर से भागी, शादी कर बसा चुकी गृहस्थी, अब पुलिस ने पकड़ा

रायपुर. तीन-चार साल पहले जब नाबालिग थी, तो प्रेमी के संग परिवार बसाने माता-पिता का घर छोड़ दिया। गुजरात, ओडिशा जैसे महानगरों में छिपने का ठिकाना बनाया और शादी कर गृहस्थी बसा ली। वक्त गुजरने के साथ ही बच्चे की मां बन गई। अब उम्र 18 साल से अधिक हो गई है। जब पुलिस उन तक पहुंची, तब गुमशुदगी का राज खुला। ऐसी एक-दो नहीं, बल्कि तीन साल में 10 से 15 फीसदी नाबालिग मिली हैं, जो सालों पहले घर से प्रेमी संग फरार हो गई थीं। महानगरों में अपना ठिकाना बनाया और रोजी-मजदूरी कर जीवनयापन कर रहे थे। अब पुलिस ने उन्हें ढूढ़कर माता-पिता से मिलाया है। पकड़े जाने का कम होता है खतरा पुलिस का मानना है, मानव तस्करी नहीं, बल्कि प्रेम-प्रसंग में नाबालिग लड़कियों को अगवा कर गुजरात, ओडिशा और पुणे ले जाते हैं। तर्क है, इन शहरों में अगवा लड़कियों की तलाशी में पुलिस का फोकस कम था। लड़कियों के अगवा होने पर पुलिस सबसे पहले मानव तस्करी से जुड़े शहर जैसे मुंबई, दिल्ली और कोलकाता में उनकी तलाश करती है। इन शहरों में उनके रुकने पर पकड़े जाने का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में अब गुजरात समेत अन्य शहरों को छिपने में इस्तेमाल किया जा रहा है।

जिलेभर से इतने हुए थे गुमशुदा रायपुर पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक रायपुर जिलेभर से जनवरी 2018 से अक्टूबर 2020 तक करीब 928 लड़कियां और 272 लड़के गुमशुदा हुए थे। मुस्कान अभियान चलाकर पुलिस ने करीब 797 लड़कियों और 237 लड़कों को ढूढ़ निकाला। हालांकि 35 लड़के और 121 लड़कों की तलाश की जा रही है। इनमें 10 से 15 ऐसी लड़कियां मिली हैं, जो नाबालिग फरार हुई थीं और बालिग होने पर बरामद हुईं। गुजरात, ओडिशा और पुणे में छिपना आसान अफसरों के मुताबिक रायपुर जिले से नाबालिग लड़कियों को अगवा कर अब दिल्ली और मुंबई नहीं, बल्कि गुजरात, ओडिशा, लखनऊ और पुणे में छिपाने का चलन बढ़ा है। लड़कियों को अपहरणकर्ता पत्नी बताकर आसानी से किराए पर कमरा हासिल करते हैं, फिर वे नौकरी हासिल कर जीवनयापन करने लगते हैं। थोड़े दिन बाद लड़कियों को भी मजदूरी या कंपनी में योग्यता के हिसाब से नौकरी दिलवा देते हैं। ऑपरेशन मुस्कान अभियान में नाबालिग लड़कियों के पकड़े जाने पर खुलासा हुआ। सर्वाधिक नाबालिगों की इन्हीं शहरों से बरामदगी हुई है। केस- 01 पठारीडीह छोटा उरला से 15 वर्षीय नाबालिग साल 2016 में अपने प्रेमी संग गुजरात फरार हो गई थी। वहां शादी कर गृहस्थी बसा ली थी। उसका एक बेटा भी है। अब उरला पुलिस द्वसरा उसे बरामद करने पर राज खुला।

केस- 01 पठारीडीह छोटा उरला से 15 वर्षीय नाबालिग साल 2016 में अपने प्रेमी संग गुजरात फरार हो गई थी। वहां शादी कर गृहस्थी बसा ली थी। उसका एक बेटा भी है। अब उरला पुलिस द्वसरा उसे बरामद करने पर राज खुला। केस- 02 मंदिरहसौद इलाके से 13 वर्षीय नाबालिग अपने प्रेमी संग ओडिशा फरार हो गई थी। वहां शादी कर गृहस्थी बसा ली थी। उसके दो बच्चे हैं। अब पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर गुमशुदगी का राज खुला।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *