महिला के एक ‘वन नाइट स्टैंड’ ने मुश्किल बना दी पूरी जिंदगी

एड्स या HIV पॉजिटिव सुनते ही लोगों के मन में बुरे-बुरे ख्याल आने शुरू हो जाते हैं. HIV पॉजिटिव पीड़ित व्यक्ति को लोग अच्छी नजरों से नहीं देखते हैं. बीमारी से ज्यादा लोगों की प्रतिक्रिया के बारे में सोचकर पीड़ित व्यक्ति खुद को कमजोर महसूस करने लगता है. लोगों के मन से ये भावना निकालने के लिए एक  HIV पॉजिटिव महिला ने अपनी आपबीती सुनाई है, जो लोगों को हिम्मत देने के साथ-साथ एक सीख भी देती है.

अमेरिका की कामरिया लाफ्रे HIV एडवोकेट हैं और खुद भी इस बीमारी से पीड़ित हैं. लाफ्रे HIV पीड़ितों के हक की लड़ाई लड़ती हैं साथ ही इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करती हैं. कामरिया लाफ्रे का यहां तक का सफर आसान नहीं रहा है. एक इवेंट में लाफ्रे ने बताया कि उन्हें ये बीमारी कैसे हुई और किस तरीके से उन्होंने अपना जीवन बदला.

पिछले कुछ दशकों में लोगों के यौन व्यवहार में बहुत बदलाव आया है लेकिन अभी भी बहुत लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है. खासतौर से वन नाइट स्टैंड के मामले में लोग बहुत लापरवाही बरतते हैं. लाफ्रे की जिंदगी भी एक वन नाईट स्टैंड के बाद बदल गई और इसका असर उन पर जिंदगी भर रह गया. लाफ्रे ने बताया कि कैसे कॉलेज समय में अपने दोस्तों की देखादेखी उनका भी वन नाइट स्टैंड करने का मन किया.

पार्टी में मिले एक युवक से लाफ्रे कुछ दिनों से फोन पर बात कर रही थीं और उन्होंने उसके साथ ही एक रात गुजारने का फैसला किया. दोनों ने रात में शराब पी और बिना किसी प्रिकॉशन के संबंध बनाए. एक स्टडी में भी बताया गया था कि ज्यादातर युवा शराब पीने के बाद सेक्स के समय कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते हैं.

इस वन नाइट स्टैंड के दो साल बाद लाफ्रे को अपना प्यार मिल गया और उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया. बच्चे को जन्म देने बाद अस्पताल में लाफ्रे के सेक्सुअली ट्रांसमेटेड डिजीज (Sexually transmitted diseases) का रूटीन टेस्ट किया गया. घर वापस आने के बाद वो अपनी खुशहाल जिंदगी में व्यस्त हो गईं.

कुछ दिनों बाद डॉक्टर ने उन्हें वापस बुलाया और बताया कि वो HIV पॉजिटिव हैं.  लाफ्रे ने कभी जिंदगी में भी इस बीमारी के बारे में नहीं सोचा था. बच्चे के पिता का टेस्ट निगेटिव आने के बाद लाफ्रे समझ गई ये उनकी दो साल पहले वन नाइट स्टैंड की वजह से हुआ है क्योंकि उन्होंने सिर्फ इन्हीं दो युवकों से असुरक्षित यौन संबंध बनाए थे.

लाफ्रे ने कहा, ‘मुझे ऐसा लगा कि मेरी दुनिया खत्म हो गई है, मैं मरने वाली हूं, मुझे अब कोई प्यार नहीं करेगा और मैं अब कभी भी सामान्य जिंदगी नहीं जी सकती.’ अच्छी बात ये थी कि लाफ्रे की बेटी का टेस्ट निगेटिव आया. लाफ्रे का कहना था कि वो इस कलंक के साथ नहीं जीना चाहती थीं और ना ही अपने माता-पिता को दुख देना चाहती थीं. लाफ्रे ने कहा कि उनके जैसे कई लोग हैं जो HIV वायरस से पीड़ित हैं और उन्हें खुद इसकी जानकारी नहीं है.

लाफ्रे ने हिम्मत जुटाई और अपनी बेटी के लिए जिंदगी को नए सिरे से जीना शुरू किया. वो अब लोगों को सेक्सुअल हेल्थ के बारे में जागरुक करती हैं और इस बीमारी को आत्मसम्मान के साथ जीने की सलाह दे रही हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी बेटी को सबसे पहले खुद से प्यार करने की सीख दे रही हूं और उसे दूसरों से प्यार पाने की उम्मीद में नहीं फंसे रहने के लिए कहती हूं.’

लाफ्रे अब अपनी बच्ची के पिता के साथ नहीं हैं. उन्होंने एक ऐसे युवक से शादी की है जो उनके बारे में सब जानता है और उन्हें और उनकी बच्ची को बहुत प्यार करता है. लाफ्रे अब अपनी जिंदगी में बहुत आगे बढ़ चुकी हैं.

लाफ्रे HIV के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम करती हैं और अपनी कहानी कई मंचों पर साझा करती हैं. उनका कहना है कि वो अपनी कहानी के जरिए लोगों में आत्म सम्मान जगाना चाहती हैं ताकि लोगों को इस बीमारी से लड़ने में हिम्मत मिल सके.

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